कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की कीमतों में हाल में हुई बढ़ोतरी से देश के निर्यात पर असर पड़ेगा और चालू खाता घाटा (CAD) बढ़कर GDP (सकल घरेलू उत्पाद) का 2.5 फीसदी तक पहुंच सकता है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सोमवार को यह बात कही है।
देश में टैक्स आधार बढ़ाने की सरकार की योजना के तहत इनकम टैक्स विभाग ने मौजूदा वित्त वर्ष में 1.25 करोड़ नए करदाता जोड़ने का लक्ष्य तय किया है।
UBS की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है कि रुपया चालू वित्त वर्ष में औसतन 64.3 रुपये प्रति डॉलर पर रहेगा।
भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की विकास दर वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में घटकर 5.7 प्रतिशत रही है।
शेयर बाजारों में मजबूत धारणा के साथ निवेशकों की संपत्ति चालू वित्त वर्ष में 8.5 लाख करोड़ रुपए बढ़ी है। सूचकांक इस साल अबतक करीब 7 प्रतिशत मजबूत हुआ है।
वर्ष 2017 की दूसरी छमाही में घरेलू मांग में तेजी आने की उम्मीद से वर्ष के दौरान चालू खाता घाटा बढ़कर 1.3% हो जाने का अनुमान है जो कि 2016 में 0.6 प्रतिशत था
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने चालू वित्त वर्ष में पूंजीगत व्यय के लिए 4500 करोड़ रुपए की राशि तय की है।
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