घरेलू बाजारों में बिकवाली और विदेशी कोषों की लगातार निकासी के चलते रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया। इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से भी रुपये पर दबाव पड़ा।
आरबीआई ने देश भर के अपने 19 कार्यालयों में 2,000 रुपये के नोट को जमा या बदलने की सुविधा अब भी जारी रखी है। आरबीआई ने 19 मई, 2023 को 2,000 रुपये मूल्य के बैंक नोटों को चलन से हटाने की घोषणा की थी।
भारत की तरफ से बैन किए गए अन्य एक्सचेंजों में बिटगेट, हुओबी, गेट.आईओ, ओकेएक्स, क्रैकेन और एमईएक्ससी भी शामिल हैं। ऑफशोर एक्सचेंजों पर कार्रवाई का मकसद एक समान अवसर तैयार करना है।
सीबीडीसी या ई-रुपया एक डिजिटल टोकन है जो लीगल करेंसी (वैध मुद्रा) का प्रतिनिधित्व करता है। भारत में विदेश से सालाना लगभग 100 अरब डॉलर धन भेजा जाता है।
स्टार सिम्बल वाले 500 रुपये के नोट को लेकर वायरल फोटो में कहा जा रहा है कि स्टार सिम्बल वाले नोट नकली हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई बार सही को गलत और गलत को सही के तौर पर वायरल कर दिया जाता है।
ब्रेंट क्रूड की कीमतें (Crude Oil Price) इस साल 100 डॉलर के लेवल को पार कर सकती हैं। आगे रुपये की चाल पूरी तरह तेल की कीमतों पर निर्भर करेगा।
आज के समय में हमारे आस पास बहुत सारी चीजें ऐसी मौजूद है। जिसे आप इस स्मार्टफोन के जरिए चेक कर सकते हैं कि यह असली है या नकली। इसी तरह एक ऐप की मदद से किसी भी नकली नोट की पहचान कर सकते हैं। नोट चेक करते समय इन 3 बातों का रखें ध्यान।
रिपोटरें के अनुसार, दोनों पड़ोसियों ने इस उद्देश्य के लिए एक समझौता किया है और दस्तावेज पर दोनों देशों के अधिकारियों के हस्ताक्षर का इंतजार है।
कभी कभी हमारे पास ऐसे नोट सामने आ जाते हैं, जिन पर पेन, पेंसिल से चित्रकारी या लिखावट की गयी होती है। दूसरी ओर अगर आप इससे जुड़े नियमों के बारें में नहीं जानते तो उन्हें जानने की जरूरत है, क्योंकि करेंसी में लिखावट से कई चीजें जुड़ी हुई हैं।
कई बार लोगों के रुपये को सहेजने के गलत तरीके के चलते नोट खराब हो जाता है, जिसे नोट का अनफिट होना कहते हैं।
रिजर्व बैंक 500 की एक गड्डी यानि 1000 नोट को छापने में 2,290 रुपये खर्च करती है। बीते एक साल में महंगाई की सबसे बुरी मार 50 रुपये के नोट पर पड़ी है।
2020-21 के दौरान करेंसी-इन-सर्कुलेशन में वर्तमान में हुई वृद्धि 17.2 प्रतिशत है, जो पुराने ट्रेंड्स के अनुरूप है। करेंसी-इन-सर्कुलेशन में लॉन्ग-टर्म एवरेज वृद्धि पिछले 20 सालों के दौरान 15 प्रतिशत रही है।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति बताने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत घटकर 94.20 रह गया।
4 सत्र की गिरावट में रुपया 0.68 प्रतिशत टूटा है, वहीं आज के कारोबार के दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले एक महीने के निचले स्तरों पर पहुंच गया
कारोबार के दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले 73.66 के उच्चतम और 73.93 के निचले स्तर पर पंहुचा। वहीं डॉलर इंडेक्स में आज 0.02 प्रतिशत की बढ़त रही है।
एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि अगले हफ्ते रुपया मजबूती के रुख के साथ 72.9 से 74 के सीमित दायरे में बना रह सकता है।
सरकार ने सार्वजनिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने और वृद्धि एवं रोजगार के उपायों को प्रोत्साहित करने के लिए जून 2021 में 6.29 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की थी।
श्रीलंका और चीन के बीच यह समझौता ऐसे समय में हुआ है, जब श्रीलंका कोविड-19 की वजह से मुश्किल वक्त का सामना कर रहा है।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने रविवार को कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पुष्टि की है कि करंसी नोट कोरोना के संभावित वाहक हो सकते हैं।
विदेशी शेयर बाजार में बढ़त से घरेलू बाजार को मिला सहारा
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