बिटकॉइन जैसी किप्टो करेंसी की चर्चा आज कल जोरों पर है। भारत में भी सरकार से इस पर स्पष्ट दिशा निर्देश जारी करने की मांग की जा रही है।
राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) ने बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी का विरोध करते हुए कहा कि वह 5 डॉलर में भी बिटकॉइन को नहीं खरीदेंगे।
ठाकुर ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी पर एक बिल को अंतिम रूप दिया जा रहा है और इसे जल्द ही कैबिनेट के सामने रखा जाएगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि दुनिया भर में जानीमानी कंपनियों द्वारा उठाया जाने वाला यह कदम बिटक्वॉइन के लिए एक गेम चेंजर साबित होगा।
डिजिटल पेमेंट डॉक्यूमेंट में यह बताया गया है कि आरबीआई के भीतर डिजिटल करेंसी पर तेजी से काम चल रहा है।
क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध के लिए सरकार ने जिस विधेयक को लिस्ट किया है उसमें आधिकारिक डिजिटल मुद्रा पर विधायी ढांचे के निर्माण का भी प्रावधान है
जेम्स होवेल्स ने 2009 में बिटकॉइन खरीदना शुरू किया था, जब क्रिप्टो का बाजार अपने शुरुआती चरण में था और डिजिटल करेंसी के बारे में कोई नहीं जानता था।
बिटक्वाइन एक डिजिटल करेंसी है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है। इस तकनीक के जरिए करेंसी के ट्रांजेक्शन का पूरा लेखा-जोखा होता है।
क्रिप्टो बैंकिंग सर्विस प्रदाता Cashaa के साथ गठजोड़ कर इंडियन बैंक यूनाइटेड ने UNICAS नाम से एक ज्वॉइंट वेंचर बनाया है, जो उत्तर भारत में बैंक की सभी 34 शाखाओं में ऑनलाइल क्रिप्टो बैंकिंग सर्विस और फिजिकल सर्विस दोनों उपलब्ध कराएगा।
भारतीय रिजर्व बैंक ने 6 अप्रैल, 2018 को एक सर्कुलर जारी कर भारत में क्रिप्टोकरंसी के लेनदेन पर प्रतिबंध लगा दिया था।
रिजर्व बैंक ने देश में किसी निजी तौर पर जारी की जाने वाली डिजिटल मुद्रा को चलाने की मंजूरी दिए जाने की संभावना को गुरुवार को पूरी तरह से नकार दिया।
राजनीतिक विज्ञापनों और क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चिंता के बीच सितंबर में समाप्त तिमाही में फेसबुक का मुनाफा और आमदनी बढ़ी है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि वह ऐसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के लिए खाका तैयार करेंगी जो चीन से आगे भारत को निवेश गंतव्य के रूप में देख रही हैं।
क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) के कारोबार पर प्रतिबंध के संबंध में सरकार ने खुलासा किया है कि देश में इस पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
भारत उन शीर्ष पांच देशों में शामिल है, जो बिटकॉइन और फेसबुक के आगामी 'लिब्रा' क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सबसे अधिक ट्वीट करते हैं।
फेसबुक के सह-संस्थापक और सोशल नेटवर्किंग की दिग्गज कंपनी को तोड़ने की बात कह चुके क्रिस ह्यूजेस ने कंपनी की नई डिजिटल मुद्रा लिब्रा को 'भयावह' करार दिया।
क्रिप्टोकरेंसी जैसे बिटकॉयन को रखने, बेचने या खरीदने पर आपको 10 सालों की जेल की सजा हो सकती है।
क्सचेंज के खातों का पासवर्ड सिर्फ संस्थापक को ही मालूम था और उसने न तो इसे कहीं लिखा था और न ही इसके बारे में किसी को कुछ बताया था।
क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते प्रचलन के चलते अब इससे जुड़ी धोखाधड़ी के मामले सामने आते रहते हैं। हाल ही में एक मामला जापान से सामने आया है।
बंगा ने चिंता जताई है कि वेश्यावृत्ति , मादक पदार्थों , क्रेडिट कार्ड और सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी धोखाधड़ी समेत 95 प्रतिशत अवैध लेनदेनों के भुगतान में क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग किया जाता है
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