ग्लोबल बाजार में कच्चे तेल में बढ़ोतरी को देखते हुए एक्सपर्ट दाम बढ़ने की संभावना जता रहे हैं। पिछले एक महीने में कच्चा तेल 16% से अधिक महंगा हो चुका है।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने बुधवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी वृद्धि की घोषणा की है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने आज वैट में कटौती की घोषणा की है। इसके बाद राज्य में पेट्रोल 1.56 रुपए और डीजल 1.41 रुपए सस्ता हो गया है। नई कीमत आज से लागू हो गई है।
कच्चे तेल और गैस की कीमतों में गिरावट जारी रहने की संभावना है। मूडीज इन्वेस्टर्स ने कहा तेल और गैस की कीमतें कुछ साल तक मौजूदा निचले स्तर पर बने रहेंगे।
यूबीएस वेल्थ मैनेजमेंट ने दावा किया है कि अगले एक साल में कच्चा तेल 34 डॉलर से बढ़कर 55 डॉलर प्रति बैरल पहुंच जाएगा।
सरकारी तेल कंपनियों ने सोमवार रात से पेट्रोल की कीमतों में 3 रुपए की कटौती कर दी है। वहीं डीजल की कीमतें 1.47 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दी गई हैं।
तेल की गिरती कीमतों के बीच ग्लोबल ऑयल मार्केट में बड़े बदलाव के आसार नजर आ रहे हैं। सऊदी अरब और अमेरिका के बाद दुनिया की निगाहें अब भारत पर टिकी है।
दुनिया के सबसे बड़े रिफाइनरी परिसर के मालिक मुकेश अंबानी का मानना है कि ग्लोबल स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें अभी तीन से पांच साल तक निचले स्तर पर बने रहेंगे।
दुनिया के बड़े तेल उत्पादक देशों के बीच तेल उत्पादन में कटौती को लेकर सहमति बन गई है। पेट्रोल और डीजल के सस्ते होने के संभावना भी खत्म होती दिख रही है।
अमेरिका में रिकॉर्ड उत्पादन, यूरोजोन और चीन व ब्राजील जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं में कमजोर मांग से भारत के लिए क्रूड ऑयल की प्राइस काफी घट चुकी हैं।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) अपनी तरह के पहले समझौते के तहत भारत की रणनीतिक तेल भंडार सुविधाओं में अपना कच्चा तेल रखने पर सहमत हो गया है।
क्रूड ऑयल की कीमतें आने वाले दिनों में किस दिशा में जाएंगी, इसको लेकर सभी परेशान हैं। बड़े बैंक हों या फिर रिसर्च फर्म सभी इसको लेकर पसोपेश में हैं।
ईरान ने भारतीय तेल रिफाइनरी कंपनियों एस्सार ऑयल और एमआरपीएल से उसके कच्चे तेल के बकाए का भुगतान छह महीने में यूरो में करने को कहा है।
विदेशों में मजबूती के रुख और शादी विवाह के मौसम की लिवाली बढ़ने के कारण सोना नौ सप्ताह के उच्चस्तर 27,700 रुपए प्रति 10 ग्राम को छू गईं।
क्रूड का फंडामेंटल अचानक बदलता नजर आ रहा है। 20 डॉलर प्रति बैरल कीमत की भविष्वाणी करने वाले ग्लोबल एनालिस्ट अब तेजी की बात कर रहे हैं।
इससे देश में क्रूड ऑयल का बड़ा भंडार तैयार किया जाएगा, जिससे आपत स्थिति या कीमतों मेें अधिक वृद्धि के वक्त इस भंडार का उपयोग किया जा सके।
ग्लोबल मार्केट में गैस की कीमतों में कमजोरी को देखते हुए तेल कंपनियों ने नॉन सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर के दाम 82.50 रुपए घटा दिए हैं।
9 दिनों से क्रूड ऑयल की कीमतों में जारी तेजी सरकार और आम आदमी को एक बार फिर डराने लगी है। 20 जनवरी से लेकर अब तक क्रूड 25 फीसदी तक महंगा हो चुका है।
वर्ल्ड बैंक ने क्रूड की कीमतों के अनुमान में कटौती कर दी है। बैंक ने 2016 के लिए अनुमान को 51 डॉलर से घटाकर 37 डॉलर प्रति बैरल कर दिया है।
क्रूड की कीमतों में गिरावट और गहराती जा रही है। बुधवार को क्रूड 2003 के बाद पहली बार 27 डॉलर के नीचे फिसल गया। इस साल कीमत 25 फीसदी से अधिक गिर चुकी है।
लेटेस्ट न्यूज़