एशियाई बाजारों में कच्चे तेल की कीमतें 2016 के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक आने वाले दिनों में भी तेजी जारी रहेगी।
एक बार फिर देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। इस बार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे ईरान हो सकता है।
वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की आपूर्ति का आधिक्य इस साल नाटकीय रूप से कम होगा।
ईरान ने भारत को कच्चे तेल की नि:शुल्क ढुलाई बंद कर दी है। रिफाइनरी कंपनियों को ढुलाई का प्रबंध खुद करने को कहा गया है।
दुनिया भर में तेल कुओं की खोज 60 साल में सबसे निचले स्तर पर आ गई है। अगर हालात ऐसे रहे तो अगले 10 वर्षों में क्रूड सप्लाई डिमांड के मुकाबले घट सकती है।
ONGC का कच्चे तेल का उत्पादन 2015-16 में लगातार दूसरे साल बढ़ा है, लेकिन प्राकृतिक गैस का उत्पादन लगातार घट रहा है।
कच्चे तेल के दामों में गिरावट के एक लंबे दौर के बीच सऊदी अरब के मंत्रिमंडल ने अगले डेढ़ दशक के लिए बहुप्रतीक्षित सुधार प्राथमिकताओं को मंजूरी दे दी है।
तेल निर्यातक देशों को कच्चे तेल के दाम घटने के मद्देनजर पिछले साल 390 अरब डॉलर का भारी-भरकम नुकसान हुआ है। इस साल और अधिक 500 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है।
रिलायंस ने ईरान से छह साल के अंतराल के बाद कच्चा तेल खरीदा है और वह फारस की खाड़ी में स्थित देश से तय मात्रा वाले दीर्घकालिक सौदे करने पर विचार कर रही है।
पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स के मुताबिक क्रूड में गिरावट और उच्च वास्तविक आय से निजी उपभोग बढ़ने से भारत की ग्रोथ चालू वित्त वर्ष के दौरान आठ फीसदी रह सकती है।
देश का क्रूड ऑयल का आयात बिल बीते वित्त वर्ष 2015-16 में घटकर आधा यानी 64 अरब डॉलर रह गया। कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट का फायदा भारत को मिला है।
दुनिया के प्रमुख तेल उत्पादक देशों की कतर में रविवार को हुई बैठक बेनतीजा रही। तेल उत्पादन को स्थिर करने के यह बैठक बुलाई थी। ईरान बैठक से नदारद रहा।
ईरान के राष्ट्रपति रूहानी ने सुषमा स्वराज को आश्वस्त किया कि उनका देश भारत की उर्जा की जरूरतों को पूरा करने में एक विश्वसनीय भागीदार हो सकता है।
ईरान ने भारत को क्रूड ऑयल के मुफ्त परिवहन तथा तेल बकाये का आधा हिस्सा रुपए में प्राप्त करने की तीन साल पुरानी प्रणाली समाप्त कर दी है।
शेयर बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक और मुद्रास्फीति जैसे बड़े आर्थिक आंकड़े आगामी सप्ताह में शेयर बाजार की दिशा को निर्धारित करेंगे।
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में सीमित बढ़ोतरी से भारत को नुकसान नहीं होगा लेकिन बहुत ज्यादा उछाल से समस्या पैदा हो सकती है।
सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल कंपनियों को अपनी वाणिज्यिक जरूरतों के आधार पर खुद की स्वतंत्र कच्चा तेल आयात पॉलिसी बनाने की छूट दे दी।
पेट्रोल के दाम 2.91 रुपए प्रति लीटर और डीजल के 98 पैसे प्रति लीटर बढ़ गए हैं। आज मध्यरात्रि से दिल्ली में पेट्रोल का दाम 61.87 रुपए प्रति लीटर हो गया।
सऊदी अरब की प्रमुख तेल कंपनी अरामको की भारत के पेट्रोलियम क्षेत्र में बड़े निवेश की योजना है। कंपनी ऐसे समय जब वैश्विक अर्थव्यवस्था में संकट है
ब्राजील की सबसे बड़ी तेल कंपनी पेट्रोब्रास स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वॉलेंटरी रिटायरमेंट) के जरिए 12,000 कर्मियों की छंटनी करेगी।
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