वित्त मंत्री ने मुख्य मंत्रियों को पत्र लिखकर पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स जैसे नैचुरल गैस, क्रूड ऑयल आदि पर सेल्स टैक्स या वैट घटाने के लिए कहा है।
शेयर बाजार की चाल कंपनियों के तिमाही नतीजे के आंकड़ों, घरेलू और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रुझान, FPI और DII के रुख पर निर्भर करेगी।
भारत अब अमेरिका से भी कच्चा तेल का आयात करेगा। इसके लिए अमेरिका के साथ एक समझौता किया है। तेल की पहली खेप इस साल अक्टूबर में भारत आने की उम्मीद है।
तेल से होने वाली कमाई में गिरावट आने के चलते सऊदी अरब में पहली बार सिगरेट और एनर्जी ड्रिंक्स पर 100 फीसदी टैक्स लगाया गया है।
इस सप्ताह शेयर बाजार की चाल व्यापक आर्थिक आंकड़े, मानसून की चाल, वैश्विक बाजारों के रुझान, FPI और DII के रुख और कच्चे तेल की कीमतें मिलकर तय करेंगे।
आठ कोर सेक्टर की ग्रोथ रेट अप्रैल में 2.5 प्रतिशत रही, जो पिछले तीन महीने का निचला स्तर है। कोयला, कच्चा तेल और सीमेंट उत्पादन में कमी आई है।
पेट्रोलियम पदार्थों को GST के दायरे में लाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। जम्मू और कश्मीर ने इस दिशा में पहला कदम उठाया है।
डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान से शेयर बाजार में उतार चढ़ाव रहने की संभावना है। इसके अलावा बाजार बड़ी कंपनियों के तिमाही परिणामों से भी संकेत ग्रहण करेंगे।
बाजार की चाल कंपनियों के तिमाही नतीजों के आंकड़े, घरेलू और वैश्विक व्यापक आर्थिक आंकड़े, वैश्विक बाजारों के रुझान और एफपीआई से तय होगी।
शेयर बाजार में अगले सप्ताह उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहने की उम्मीद है। बाजार की चाल कंपनियों के तिमाही नतीजों के आंकड़े वैश्विक बाजारों के रुझान से तय होगी।
तेल विपणन कंपनियां आज से पांच शहरों में एक परिवर्तनीशील ईंधन मूल्य निर्धारण परियोजना लागू करेंगी। इसके तहत पेट्रोल-डीजल की कीमतों में रोजाना बदलाव होंगे।
ऑइल मार्केटिंग कंपनियों ने रविवार रात 12 बजे से डीजल की कीमतों में 44 पैसे की बढ़ोत्तरी कर दी है। वहीं पेट्रोल के दाम में 1 पैसे का इजाफा किया गया है।
पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बड़ी कटौती कर दी है। आईओसी के अनुसार, पेट्रोल 3.77 रुपए प्रति लीटर सस्ता हो गया है।
उत्पादन घटने के कारण फरवरी महीने में आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर एक प्रतिशत रह गई, जो कि पिछले एक साल में सबसे कम है।
पिछले एक महीने में क्रूड 13 फीसदी तक सस्ता हो गया है। सस्ते क्रूड ऑयल से 1 महीने में मनाली पेट्रो, स्पाइसजेट के शेयर में 30% तक की तेजी आई है।
फरवरी में भारत का निर्यात 17.48 फीसदी बढ़कर 24.5 अरब डॉलर पहुंच गया। यह लगातार छठा महीना है जब निर्यात में बढ़ोतरी दर्ज की गई।
महंगे पेट्रोल-डीजल से बुधवार को कुछ राहत मिल सकती है। बीते दो हफ्ते के दौरान कच्चे तेल की कीमतों में करीब 9 फीसदी गिरावट दर्ज की गई।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए की रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2017-18 में भारत का चालू खाता घाटा (कैड) 10 अरब डॉलर बढ़कर 30 अरब डॉलर पहुचने की उम्मीद है।
अरविंद सुब्रमणियम ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम यदि 55 से 65 डॉलर प्रति बैरल रहते हैं तो देश की अर्थव्यवस्था को कोई गंभीर खतरा नहीं है।
आईओसी के अनुसार, पेट्रोल के दाम 42 पैसे प्रति लीटर बढ़ गए हैं, जबकि डीजल 1.03 रुपए प्रति लीटर महंगा हो गया है। नई कीमतें 16 जनवरी से लागू होंगी।
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