डीजल का भाव पहले ही देश में रिकॉर्ड ऊंचाई पर है और पेट्रोल की कीमतें करीब 4 साल के ऊपरी स्तर पर हैं, ऐसे में अगर भाव और बढ़ा तो उपभोक्ताओं पर खराब असर पड़ेगा
हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी की वजह से आज ऑयल मार्केटिंग कंपनियों पर दबाव देखा जा रहा है, कच्चे तेल का भाव 40 महीने के ऊपरी स्तर तक पहुंच गया है
इंडियन ऑयल के मुताबिक देश के कई शहरों में डीजल का दाम 70 रुपए के पार हो चुका है तो कई शहरों में 70 रुपए के करीब है, पेट्रोल की कीमतों ने भी 4 साल की नई ऊंचाई को छुआ है
भारत फरवरी महीने में कच्चे इस्पात उत्पादन में चीन के बाद दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। स्टील यूजर्स फेडरेशन आफ इंडिया (SUFI) ने विश्व इस्पात संघ के आंकड़ों के हवाले से यह जानकारी दी।
सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमतों में करीब 2.5 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है, अब इसका दाम घटकर 67.60 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गया है, इसी तरह WTI क्रूड की कीमतों में सोमवार को करीब 3 प्रतिशत की गिरावट आई है
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम ऊपरी स्तर पर बना हुआ है, इसके अलावा घरेलू स्तर पर रुपया भी डॉलर के मुकाबले रिकवर नहीं हो पाया है। इन दोनो वजहों से घरेलू ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की पेट्रोल और डीजल पर लागत बढ़ी है
Petrol Price: कच्चे तेल के दाम बढ़ते देख ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाना शुरू कर दिए हैं, देश के 4 महानगरों में पेट्रोल का दाम आज करीब डेढ़ महीने के ऊपरी स्तर पर है
शेयर बाजार Live: फिलहाल निफ्टी 6.95 प्वाइंट ही हल्की बढ़त के साथ 10005 पर कारोबार कर रहा है। सेंसेक्स भी मामूली बढ़त के साथ 32600 के ऊपर ट्रेड हो रहा है
कच्चे तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी और घरेलू स्तर पर भारतीय करेंसी रुपए में आई गिरावट की वजह से ऑयल कंपनियों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा है
अपना मार्केट बचाए रखने के लिए रूस, सऊदी अरब और अमेरिका उत्पादन बढ़ाते हैं तो इससे कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट आएगी और भारत में इससे पेट्रोल और डीजल के भाव कम हो सकते हैं
भारत ने दुनिया के सबसे बड़े कच्चा तेल उत्पादक देश सऊदी अरब से तेल की कीमतों को ‘उचित स्तर पर’ बनाए रखने का अनुरोध किया है
बुधवार को आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के विवरण में कहा गया कि तेल कीमतों, मकान किराया भत्ते और बजट में राजकोषीय चूक के कारण महंगाई बढ़ने का खतरा बना हुआ है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत घटी है और उन्होंने इसका फायदा ग्राहकों तक पहुंचाना शुरू किया है
क्रूड ऑयल की कीमतों में कमी आने के चलते पिछले दस दिनों से पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार कम हो रहे हैं। पिछले महीने क्रूड ऑयल का भाव 71 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था।
Stock Market: शेयर बाजार में सबसे ज्यादा बढ़त रियलिटी, ऑटो, मेटल, फार्मा और मीडिया इंडेक्स में देखने को मिल रही है। सेंसेक्स की 30 में से 29 और निफ्टी की 50 में से 45 कंपनियों में तेजी देखी जा रही है।
ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के भाव तो घटाए हैं लेकिन कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट के बाद जिस कटौती की उम्मीद थी उसके मुकाबले भाव बहुत कम घटा है
Petrol and Diesel Price: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल सस्ता होने की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत घटी है और वह घटी हुई लागत का लाभ ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती कर सकती हैं
ट्रोल और डीजल को GST के दायरे में रखा जाए या नहीं इसपर अंतिम फैसला GST काउंसिल को ही करना है और GST काउंसिल अगर पेट्रोल और डीजल को GST के दायरे में करती है तो इससे इनकी कीमत में भारी कटौती हो जाएगी
फिलहाल दिल्ली में डीजल का दाम 62.06 रुपए, कोलकाता में 64.72 रुपए, मुंबई में 66.09 रुपए, चेन्नई में 65.42 रुपए, हैदराबाद में 67.42 रुपए, त्रिवेंद्रम में 67.39 रुपए और रायपुर में 67.05 रुपए प्रति लीटर हो गया है
हैदराबाद में डीजल का दाम 67.08 रुपए प्रति लीटर हो गया है। हैदराबाद के अलावा केरल के त्रिवेंद्रम में भी डीजल का दाम 67.05 रुपए प्रति लीटर दर्ज किया गया है।
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