पेट्रोल के दाम 0.89 रुपए प्रति लीटर बढ़ गए है। जबकि, डीजल प्रति लीटर 0.86 रुपए महंगा हो गया है। नई कीमतें शनिवार आधी रात से लागू हो गई।
दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल उपभोक्ता देश भारत का मानना है कि कच्चे तेल के दाम 60 डॉलर प्रति बैरल को छूने के बाद नीचे आएंगे।
भारत समेत दुनियाभर के बड़े क्रूड इंपोर्ट्स देशों में सस्ते पेट्रोल-डीजल का दौर अब खत्म हो गया है। 2017 के पहले 6 महीने में पेट्रोल के दाम 80 रुपए हो सकते है
15 दिसंबर को HPCL, BPCL और IOC पेट्रोल-डीजल के दाम 3 रुपए तक बढ़ा सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले 15 दिन में क्रूड ऑयल के दाम 15 फीसदी बढ़ गए हैं।
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने एक रिपोर्ट जारी कर कहा है कि जनवरी-मार्च तिमाही में पेट्रोल और डीजल के दाम 5 से 8 फीसदी तक बढ़ सकते है।
गुरुवार से कंपनियों ने सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर पर 2.07 रुपए और बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत 54.50 रुपए बढ़ाने की घोषणा की है।
देश की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल की कीमतों में 13 पैसे की बढ़ोतरी और डीजल में 12 पैसे की कटौती की है। बदली हुई कीमतें आज आधी रात से लागू होंगी।
आईओसी के अनुसार, पेट्रोल के दाम 0.89 रुपए प्रति लीटर बढ़ गए है। जबकि, डीजल प्रति लीटर 0.86 रुपए महंगा हो गया है। नई कीमतें शनिवार आधी रात से लागू हो गई।
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास भैया दूज के अवसर पर राज्य की बहनों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन, चूल्हा और गैस सिलेंडर सौपेंगे।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक दिल्ली में बिना सब्सिडी वाले एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में 37.50 रुपए की बढ़ोतरी हुई है।
भारत और कई अन्य देशों में Petrol-डीजल की कीमतें जहां आसमान छू रही हैं वहीं दुनिया में कुछ ऐसे भी देश हैं जहां इनकी कीमतें पानी से भी सस्ती है।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के मुताबिक पेट्रोल की कीमतों में 1.34 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमतों में 2.37 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है।
IEA ने कहा कि यदि ओपेक देशों ने कच्चे तेल का उत्पादन कम नहीं किया तो अगले साल के मध्य तक विश्व बाजार में कच्चे तेल की अत्यधिक उपलब्धता की स्थिति बनी रहेगी।
अमेरिका के न्यूयॉर्क में कच्चे तेल के दाम जून के बाद आज पहली बार 50 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर निकल गए। इसकी वजह पेट्रोलियम भंडार का कम होना बताया जा रहा है।
पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ओपेक प्रति दिन 750,000 बैरल तेल प्रोडक्शन कम करने पर राजी हो गया है।
सरकार ने पेट्रोलियम क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए कहा कि उसकी योजना 2022 तक कच्चे तेल का आयात 10 फीसदी कम करने की है।
तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमत में एक रूपए प्रति लीटर और डीजल के दाम में दो रूपए प्रति लीटर की कटौती की है। नई दरें आधी रात से लागू हो चुकी हैं।
केरल की शुद्ध जीडीपी में रेमीटैंस (विदेशी धन) की हिस्सेदारी 36 फीसदी है और अब इसमें लगातार गिरावट आ रही है। इसकी वजह से मंदी के मुहाने पर पहुंच सकता है।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने वित्त मंत्रालय से कहा है कि घरेलू उत्पादित कच्चे तेल पर उपकर को मौजूदा 20 फीसदी से घटाकर 10-12 फीसदी किया जाए
कच्चे तेल का उत्पादन जून माह में 4.5 फीसदी घट गया है। निजी क्षेत्र की कंपनियों के परिचालन वाले क्षेत्रों में उत्पादन में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
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