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यह फैसला दिल्ली मेट्रो फेज-4 की दिशा में एक अहम और निर्णायक कदम माना जा रहा है, जिससे उत्तर-पश्चिम दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के विकास को नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है।
अगर आप अपनी पुरानी कार बेचने की योजना बना रहे हैं, तो सबसे बड़ा सवाल यही होता है कि मेरी गाड़ी की सही कीमत कितनी मिल सकती है? कई लोग बिना सही जानकारी के जल्दबाजी में कार बेच देते हैं और नुकसान उठा बैठते हैं।
अगर आप सबसे सस्ती दर पर पर्सनल लोन की तलाश कर रहे हैं अप्लाई करने से पहले होम वर्क जरूर कर लें। ब्याज दर, प्रोसेसिंग फीस और अन्य चार्ज की जानकारी पहले ही ले लें। बैंक का कोई शर्त हो तो वह भी अच्छी तरह जान लें।
आजकल के जीवन में ज्यादातर लोग रिटायरमेंट के बारे में तब सोचते हैं, जब उम्र 40 या 45 पार कर जाती है। लेकिन फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर 60 की उम्र में करोड़पति बनना है और बिना पैसों की चिंता के जिंदगी जीनी है, तो इसकी तैयारी 30 की उम्र से पहले ही शुरू करनी होगी।
चांदी की कीमत में तेजी का सिलसिला लगातार जारी है। आने वाले साल में भी इसमें तेजी का रुझान देखने को मिल सकता है। सोने की वायदा कीमत भी उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर रही है।
भारत के इंश्योरेंस सेक्टर में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है, जिसका असर आने वाले समय में हर पॉलिसीधारक की जेब और सुविधा पर पड़ सकता है। केंद्र सरकार ने इंश्योरेंस कंपनियों में 100 फीसदी विदेशी निवेश (FDI) को मंजूरी दे दी है।
मिले-जुले वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार ने 17 दिसंबर को संभली हुई शुरुआत की। बाजार में जोश कम जरूर दिखा, लेकिन प्रमुख इंडेक्स अहम स्तरों के ऊपर टिके रहने में कामयाब रहे।
दिल्ली की हवा एक बार फिर दमघोंटू होती जा रही है और इसी के साथ सरकार ने प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए बड़ा और सख्त कदम उठा लिया है। राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने साफ कर दिया है कि अब नियमों की अनदेखी करने वालों के लिए कोई ढील नहीं होगी।
भारतीय शेयर बाजार जिस रिकवरी की उम्मीद कर रहा था, उस पर अब कमजोर रुपया पानी फेरता नजर आ रहा है। डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा लगातार फिसल रही है और पहली बार 91 के स्तर को पार कर चुकी है। 16 दिसंबर को रुपया 91.05 प्रति डॉलर तक टूट गया, जिससे इन्वेस्टर्स और मार्केट एनालिस्ट की चिंता बढ़ गई है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाली अमेरिकी सरकार ने ट्रैवल और इमिग्रेशन नियमों को और सख्त करते हुए ट्रैवल बैन का दायरा बढ़ा दिया है। अब पांच और देशों के नागरिकों की अमेरिका में एंट्री पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है, जबकि कई अन्य देशों पर आंशिक प्रतिबंध लागू किए गए हैं।
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