वित्तवर्ष 2019-20 में, इन 14 सीपीएसई के लिए 1,11,672 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले 1,16,323 करोड़ रुपये खर्च हुए जो कि टारगेट से ज्यादा है। वित्तवर्ष 2020-21 के लिए पूंजीगत व्यय का लक्ष्य 1,15,934 करोड़ रुपये का है।
2020-21 की दूसरी तिमाही में निर्धारित पूंजी व्यय का 50% खर्च करने की योजना
13 मई, 2020 तक CPSE के ऊपर MSME का बकाया कुल खरीद का सिर्फ 3.44 प्रतिशत
वित्त मंत्रालय सीपीएसई का भारत-22 एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) का अगला चरण चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में लाने की योजना है।
केंद्र सरकार ने अपने सभी उपक्रमों को 15 अक्टूबर तक ठेकेदारों और आपूर्तिकताओं का सारा बकाया निपटाने का शनिवार को निर्देश दिया। सरकार सार्वजनिक खर्च बढ़ाकर आर्थिक वृद्धि की रफ्तार को छह साल के निचले स्तर से उबारने की कोशिश कर रही है।
वित्त मंत्रालय सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था में जान डालने के लिए आज शुक्रवार को केंद्रीय लोक उपक्रमों (सीपीएसई) के प्रमुखों के साथ बैठक करेगा। बैठक में पूंजी व्यय बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिए जाने की उम्मीद है।
अधिकारी ने कहा कि एंकर निवेशकों के लिए निर्गम 18 जुलाई और अन्य निवेशकों के लिए 19 जुलाई को आएगा।
सरकार ने शुक्रवार को कहा है कि टीएचडीसीआईएल, टीसीआईएल और रेलटेल सहित छह सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम शेयर बाजार में लिस्ट होंगे।
वित्त मंत्रालय केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों (CPSE) के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) में शामिल उपक्रमों में बदलाव कर सकता है क्योंकि इसमें शामिल ज्यादातर उपक्रमों में सरकारी हिस्सेदारी की सीमा घटकर निर्धारित न्यूनतम स्तर पर आ चुकी है।
केंद्रीय लोक उपक्रम (CPSE) अपने यहां बेहतर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों के लिए तेजी से पदोन्नति की नीति लागू कर सकते हैं। साथ ही लंबे समय से काम कर रहे कर्मचारियों के लिए अलग से एक अध्ययन प्रोत्साहन अवकाश (सबैटिकल) नीति को भी लागू किया जा सकता है। सरकार ने इस संबंध में एक समिति गठित की है जो तीन महीने में इस संबंध में नीति की रुपरेखा तैयार करने के सुझाव देगी
देश में करीब 320 CPSE इकाइयां हैं जिनमें 12.34 लाख लोग काम करते हैं, इनमें 9.35 लाख कर्मचारियों पर यह नीति लागू होगी
बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में सरकारी कंपनियों के कर्मचारियों के वेतन को 15 फीसदी बढ़ाने की मंजूदी दे दी गई है
जल्द ही आप एक निवेशक के तौर पर 11 सरकारी कंपनियों के शेयर की खरीद-बिक्री कर सकेंगे। CCEA ने IRCTC समेत 11 CPSE को शेयर बाजार में लिस्ट कराने की मंजूरी दी।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जबकि संपूर्ण मूल्य के लिहाज भारत दुनिया की पांच शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा।
CPSE एक्सचेंज ट्रेडेड फंड की तीसरी किस्त आज शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुई। इसका रख-रखाव की जिम्मेदारी रिलांयस म्यूचुअल फंड के पास है।
रिलायंस म्यूचुअल फंड प्रबंधित CPSE ETF में सभी तरफ के निवेशकों की भागीदारी देखी गई। रिटेल निवेशकों ने 3,500 करोड़ रुपए से अधिक की बोली लगाई।
सरकार मुनाफे वाली बड़ी व मझौली सार्वजनिक कंपनियों (पीएसयू) द्वारा आईपीओ लाने व शेयर बाजारों में लिस्टेड होने के लिए कड़ी समय-सीमा तय करना चाहती है।
पीएसयू के एक उपक्रम छोड़कर दूसरे उपक्रम अथवा राज्य सरकारों के प्रतिष्ठानों में जाने वाले कर्मचारियों के सेवानिवृति लाभ यथावत बने रहेंगे।
देश की 10 सबसे बड़ी सरकारी कंपनियों के CPSE ETF में निवेश का आज आखिरी मौका है। पहले दो दिन में इस इश्यू को शानदार रिस्पॉन्स मिला है।
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