भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति में ब्याज दरों को स्थिर रखा था। साथ ही नवंबर और दिसंबर में खाद्य मुद्रास्फीति बढ़ने के संकेत दिए थे।
आज साल का आखिरी दिन है। ऐसे में भारत सरकार के तरफ से एक अच्छी खबर दी गई है। इसका पॉजिटिव असर आने वाले समय में देखने को मिलेगा।
इस हप्ते घरेलू स्तर पर महंगाई दर और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े जारी होने हैं। इसके अलावा अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों को लेकर फैसला भी आना है
खुदरा महंगाई दर को लेकर राहत भरी खबर है। नवंबर में खुदरा महंगाई दर यानी CPI 3.63 फीसदी के स्तर पर रही। यह रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गई है।
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