भारत के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने कोरोना वायरस की वैक्सीन के लिए ब्रिटेन में पहले चरण का परीक्षण भी शुरू कर दिया है।
भारत सरकार के अधिकारियों के मुताबिक पूनावाला को वाई श्रेणी की सुरक्षा इसलिए प्रदान की गई है क्योंकि उन्हें धमकियां मिल रही हैं।
केंद्र सरकार ने पहली मई से 18 वर्ष से ऊपर की आयू वाले लोगों को वैक्सीन लगवाने की अनुमति दे दी है और इसके लिए आज यानि बुधवार शाम 4 बजे से रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है।
कोविड-19, चिकनगुनिया, जीका, हैजा और अन्य संक्रमणों के लिए वैक्सीन विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए जरूरी है कि वैक्सीन की लागत वसूल हो।
Covishield वैक्सीन का उत्पादन करने वाली कंपनी सीरम इंडस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने भारत सरकार की घोषणा के बाद अब वैक्सीन के दाम घोषित कर दिए हैं।
देश में उपयोग में लाई जा रही कोरोना की वैक्सीन कोविशील्ड ट्रेडमार्क विवाद में फंस गई है।
पूनावाला ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 वैक्सीन की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए करीब 3,000 करोड़ रुपये की जरूरत होगी।
दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता और कोविशील्ड जैसी प्रभावी कोविड वैक्सीन पेश करने वाला सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) अगले कुछ महीनों में एक और कोरोना वैक्सीन पेश करने की तैयारी कर रही है।
आइए जानते हैं कि दुनिया के दूसरे देशों में वैक्सीन की क्या कीमत है।
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