रिपोर्ट में कहा गया है कि जीएसटी संग्रह में अच्छी वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले छह महीनों से जीएसटी का मासिक संगह एक लाख करोड़ रुपये से अधिक है। यह सुधार का संकेत है।
देश में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 4,14,188 नये मामले सामने आने के बाद कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 2,14,91,598 हो गए
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन के व्यापार में होने वाली वृद्धि खासतौर से पिछले साल के मुकाबले जब वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं कोरोना वायरस संक्रमण से मुकाबला करते हुए बंद पड़ी थी, नाटकीय लगती है।
इस बार शहरी इलाकों के साथ ग्रामीण इलाकों में भी संक्रमण फ़ैल गया क्योंकि देश कई राज्यों में विधानसभा चुनाव और धार्मिक त्योहारों का आयोजन हुआ।
कंपनी ने कहा है कि डीसीजीआई ने इस टेबलेट इवेजाज को घरेलू और विदेशी बाजारों में भेजने की अनुमति दे दी है।
पिछले साल लॉकडाउन के दौरान देश भर में अप्रैल-मई 2020 के दौरान लगभग 10 करोड़ लोगों की नौकरियां चली गईं।
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने भी अपने ऑटोमोटिव डिवीजन उत्पादन संयंत्र को कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते बंद करने की घोषणा की थी।
डेलॉयट इंडिया ने कहा कि यह भारत की मदद करने का समय है। दुनिया को इस समय कोविड-19 संकट की चुनौती का सामाना करने में आगे आकर भारत की मदद करनी चाहिए।
इजरायल के चिकित्सा प्रौद्योगिकी कंपनी के विशेषज्ञों की टीम भारत में रिलायंस की टीम को अपनी नवोन्मेषी प्रणाली के बारे में प्रशिक्षण देगी।
कोरोना संकट से जूझ रहे भारत के लिए अच्छी खबर है। देश में रॉश इंडिया की एंटीबॉडी कॉकटेल यानि दो दवाओं के मिश्रण को इस्तेमाल की अनुमति मिल गई है।
RBI ने बैंकों को वैक्सीन निर्माताओं, अस्पतालों और कोरोना से संबंधित हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को प्राथमिकता के तौर पर कर्ज देने की अनुमति भी दी है।
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने कहा कि भारत की दूसरी लहर ने हमें इस वित्त वर्ष के लिए अपने जीडीपी वृद्धि के पूर्वानुमान को संशोधित करने के लिए मजबूर किया है।
दिल्ली के एम्स और आरएमएल अस्पताल में डीआरडीओ द्वारा विकसित तकनीक के आधार पर दो ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किये गये। देश भर में ऐसे 500 संयंत्र स्थापित होंगे।
RBI ने अर्थव्यवस्था में वित्तीय संसाधनों का प्रवाह बढ़ाने के लिए सरकारी प्रतिभूति खरीद कार्यक्रम के तहत 35,000 करोड़ रुपये की दूसरी खरीद करने का भी ऐलान किया है।
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर काफी गंभीर और अचानक से आई है। इस मामले में यह अलग है।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के भीषण प्रकोप के कारण कई राज्यों के अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड और चिकित्सा ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो गई है। जिससे निपटने के लिए इंडस्ट्री सरकार की मदद कर रही है।
गोल्डमैन सैक्स ने एक रिपोर्ट में कहा कि लॉकडाउन की तीव्रता पिछले साल के मुकाबले कम है। फिर भी, भारत के प्रमुख शहरों में सख्त प्रतिबंधों का असर साफ दिखाई दे रहा है।
फिलहाल स्थिति उतनी बदतर नहीं है जितनी की पहले लॉकडाउन में देखी गई थी। उस समय बेरोजगारी दर 24 प्रतिशत तक पहुंच गई थी।
कोरोना से लड़ने के लिए सरकार ने ऑक्सीजन का उत्पादन करने वाले उपकरणों, इलाज में जरूरी उपकरणों और दवाओ के आयात में तेजी के लिए कई छूट का ऐलान किया है।
भारत में फिलहाल 34 लाख सक्रिय मामलें हैं। वहीं देश का रिकवरी रेट 81.77 प्रतिशत है। अब तक संक्रमण से करीब 2 लाख लोगों की मौत हुई है।
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