शाह ने कहा कि सरकारी कर्मचारी जो टीका नहीं लगवाएंगे, उनकी जुलाई से तनख्वाह रोक ली जाएगी।
रिलायंस आरएंडडी टीम ने बाजार लागत के 20 प्रतिशत पर डब्ल्यूएचओ विनिर्देशों के अनुरूप सैनिटाइजर का उत्पादन करने के लिए एक प्रक्रिया तैयार की है।
एजेंसी ने कहा कि विश्वभर में महामारी की लहर बार-बार आने से कामकाजी समय का नुकसान बढ़ा है। 2021 की पहली तिमाही में 4.4 प्रतिशत कामकाजी समय का नुकसान हुआ, यानी 14 करोड़ पूर्णकालिक श्रमिक एक साल तक काम कर सकते थे।
एसोचैम ने कहा कि सरकार और आरबीआई को 31 मार्च 2022 तक के लिए एक ब्याज सहायता योजना पर विचार करना चाहिए।
2018-19 की तुलना में 2019-20 में भारत में अंडे का प्रति व्यक्ति सालाना सेवन 79 अंडों से बढ़कर 86 हो गया।
पूरे भारत में इस योजना के तहत मई 2021 में 21,080 आपात वाहनों के लिए कुल 811.07 किलोलीटर (केएल) ईंधन वितरित किया गया, जिसकी कीमत 7.30 करोड़ रुपये है।
कोरोना की दूसरी लहर के बढ़ने और सरकारों के द्वारा लागू किये गये प्रतिबंधों की वजह से मई के महीने में ऑटो सेक्टर की सेल्स पर बुरा असर पड़ा है।
DPIIT ने फर्नेस, रिफाइनरी, इस्पात, एल्युमीनियम, तांबा प्रसंस्करण संयंत्र के लिए आपूर्ति मांगी है। इसके अलावा बुनियादी ढांचा परियोजनाओं, एमएसएमई को भी ऑक्सीजन मुहैया कराने के लिए कहा गया है।
इस साल जनवरी में जारी आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 में मार्च 2022 में समाप्त होने वाले मौजूदा वित्तीय वर्ष में 11 प्रतिशत की आर्थिक विकास दर का अनुमान लगाया गया था।
इसके अलावा, एस्कॉर्ट्स द्वारा डीलरों के सभी फील्ड सेल्स कर्मचारियों के लिए कोविड टीका लगाने का खर्च भी दिया जा रहा है।
अब तक 76.31 लाख कर्मचारियों ने एडवांस के तौर पर 18,698.15 करोड़ रुपए की राशि की निकासी की है। इस रकम को वापस जमा नहीं करना है।
मुफ्त टीकाकरण अभियान में 15,000 से अधिक साझेदारों और वितरकों के लगभग 80,000 कर्मचारी शामिल होंगे
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने कोविड-19 महामारी की वजह से बढ़ती मौत की घटनाओं को देखते हुए कर्माचारियों में अपने परिवार के लोगों की सलामती को लेकर भय एवं चिंता से निपटने के लिए ईएसआईसी और ईपीएफओ योजनाओं के जरिये कर्मचारियों के लिए अतिरिक्त लाभों की घोषण
राज्य के स्वामित्व वाले बैंक संशोधित ईसीजीएलएस मानदंडों के तहत ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने के लिए स्वास्थ्य सेवा व्यवसाय ऋण प्रदान करेंगे।
भारतीय दवा कंपनी बजाज हेल्थकेयर ने शुक्रवार को कोविड-19 रोगियों में म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) के इलाज में उपयोगी दवा पॉसाकोनाजोल की पेशकश की है।
उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की प्रमुख कंपनी सैमसंग ने कहा कि वह भारत में कोविड-19 टीकाकरण अभियान में मदद के लिए 10 लाख लो डेड स्पेस (एलडीएस) सीरिंज का आयात कर रही है।
सरकार लॉकडाउन से सबसे अधिक प्रभावित छोटे कारोबार और स्वरोजगारों के लिए यह पैकेज ला सकती है।
एफडीआई हासिल करने के मामले में 27 प्रतिशत के साथ महाराष्ट्र दूसरे और 13 प्रतिशत के साथ कर्नाटक तीसरे स्थान पर रहा।
सिप्ला देश भर में अपनी मजबूत वितरण क्षमता की मदद से इस दवा का वितरण करेगी। बयान के मुताबिक प्रत्येक रोगी के लिए खुराक की कीमत 59,750 रुपये होगी, जिसमें सभी कर शामिल हैं।
कंपनी ने पिछले कुछ दिनों में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन समेत कई अन्य संगठनों के साथ भागीदारी की है।
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