मुद्राकोष के प्रवक्ता ने देश की राजकोषीय स्थिति को मध्यावधि में मजबूत बनने की विश्वसनीय योजना जल्द घोषित करने को भी महत्वपूर्ण बताया।
एस्ट्राजेनेका के कोविड- 19 टीके का अंतिम चरण का अध्ययन अस्थाई तौर पर रोक दिया गया है। टीका के परीक्षण में शामिल एक व्यक्ति के बीमार होने के बाद परीक्षण रोका गया है। कंपनी जांच कर रही है कि टीका लेने वाले एक व्यक्ति का बीमार होना कहीं टीके का साथ में कोई दूसरा प्रतिकूल प्रभाव तो नहीं है।
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से अगस्त अवधि के दौरान ईपीएफओ ने पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 32 प्रतिशत अधिक दावों का निपटारा किया है। वहीं इस दौरान वितरित की गई राशि में भी करीब 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
जुलाई 2020 के दौरान सीमेंट, इस्पात और कोयला जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उल्लेखनीय सुधार के संकेत मिले हैं। हालांकि पिछले साल के स्तर के मुकाबले इन सेक्टर में अभी भी गिरावट का रुख है लेकिन जून के मुकाबले स्थिति में तेज सुधार का अनुमान
सत्या माइक्रो कैपिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ विवेक तिवारी ने आरोप लगाया है कि इस कठिन परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए कुछ गैर-सामाजिक तत्व कर्जमाफी जैसी अफवाहें फैलाकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
गोएयर को उम्मीद है कि 21 सितंबर तक उसकी परिचालन क्षमता कोविड-19 से पूर्व के 45 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी।
मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यदि एक जुलाई, 2020 के बाद कोई नया पद बनाया गया है, जिसके लिए व्यय विभाग की मंजूरी नहीं ली गई है, और इस पर नियुक्ति नहीं हुई है, तो इसे रिक्त ही रखा जाए।
वित्त मंत्रालय द्वारा जारी ताजा मासिक रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रतिबंधों में ढील के बाद से अब अर्थव्यवस्था से जुड़े संकेत बेहतर होने लगे हैं। पीएमआई इंडेक्स, कोर सेक्टर, खरीफ की बुवाई, मालढुलाई, यात्री वाहनों की बिक्री के आंकड़ों से रिकवरी के संकेत हैं।
सीडीसी ने वितरण केंद्रों की शीघ्र मंजूरी के लिए सरकार से मदद मांगी है।
मंत्रालय ने 26 जून के आदेश को संशोधित करते हुए 45 प्रतिशत क्षमता के स्थान पर 60 प्रतिशत क्षमता के साथ उड़ानें परिचालित करने की अनुमति दे दी है।
तिमाही के दौरान कंपनी की आय 25.9 फीसदी की गिरावट के साथ 18487 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई। पिछले साल की इसी तिमाही में ये आंकड़ा 24,939 करोड़ रुपये का था। वहीं अन्य आय 32 फीसदी की गिरावट के साथ 785 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई।
यह रिकॉर्ड गिरावट निजी क्षेत्र के कारण आई थी, जो कि कोविड-19 महामारी को रोकने के प्रयासों के तहत या तो बंद थे या प्रतिबंधित थे।
कलेक्शन पिछले साल के मुकाबले 12 फीसदी घटकर 86449 करोड़ रुपये रहा है। इसमें जुलाई के मुकाबले भी मामूली गिरावट का रुख है। जुलाई में जीएसटी का कुल कलेक्शन 87442 करोड़ रुपये था।
कोरोना वायरस की वजह से जारी प्रतिबंधों के बाद टेक सेक्टर की कंपनियों की आय में तेज उछाल देखने को मिला है। खास तौर से ऐसी कंपनियों की बिक्री में उछाल आय़ा है जो सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कारोबार की जरूरतों को पूरा करने के हल पेश कर रही हैं।
पीएमआई के 50 से ऊपर होने का मतलब गतिविधियों में सुधार से है। यदि यह 50 से नीचे रहता है, तो इसका आशय है कि गतिविधियां घटी हैं।
भारतीय अर्थव्यवस्था में कोरोना की वजह अब तक की सबसे तेज तिमाही गिरावट देखने को मिली है। आज जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक जून में खत्म हुई तिमाही के दौरान जीडीपी में 23.9 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। इसी तिमाही के दौरान कारोबारी गतिविधियों पर कोरोना संकट का सबसे गहरा असर देखने को मिला था, जिसका असर आंकड़ों के रूप में अब सबके सामने है।
अप्रैल-जून तिमाही के दौरान दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर बढ़ा है और कोरोना की वजह से दुनिया के कई बड़े देशों की अर्थव्यवस्था चौपट हुई है। ऐसे देशों में दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका के साथ जापान, फ्रांस और ब्रिटेन जैसे देश शामिल हैं।
डीजीसीए द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी के प्रसार में कमी न आने और इसकी रोकथाम के लिए अभी तक कोई प्रभावी दवा या ईलाज न मिलने की स्थिति में भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर आगामी 30 सितंबर तक रोक जारी रखने का निर्णय लिया है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस महीने की शुरुआत में ही कॉर्पोरेट और रीटेल लोन के रीस्ट्रक्चरिंग के लिए ऐलान किया था। बैंक फिलहाल रिजर्व बैंक के नोटिफिकेशन के मुताबिक ये तय करने में जुटे हैं कि किसको रिस्ट्रक्चरिंग का फायदा मिलेगा और वो कितना होगा।
यामाहा ने सरकार की निर्देशों के बाद मई से अपना प्रोडक्शन फिर शुरू किया है। फिलहाल कंपनी अपनी कुल उत्पादन क्षमता के 50 से 60 प्रतिशत पर काम कर रही है। कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट छत्तीसगढ़ के सूरजपुर, हरियाणा के फरीदाबाद और तमिलनाडु के चेन्नई में हैं।
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