ट्रंप ने अपने इस वीडियो संदेश में कहा है कि 900 अरब डॉलर का राहत पैकेज एक फजूल का खर्च है और इसमें कठोर मेहनत कर टैक्स देने वाले अमेरिकन नागरिकों को राहत के रूप में केवल 600 डॉलर दिए जा रहे हैं।
सरकार ने कोरोना महामारी का दायरा बढ़ने पर 28 जुलाई 2020 को चश्मों और दस्तानों के निर्यात पर रोक लगा दी थी। विदेश व्यापार महानिदेशालय की अधिसूचना के बाद निर्यात पर रोक हटाने का फैसला तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है।
सीनेट ने पैकेज को 92-6 के भारी बहुमत से मंजूरी दी, जबकि दूसरे सदन में इसके पक्ष में 359 वोट और विपक्ष में 53 वोट पड़े।
सेंसेक्स के सभी शेयर नुकसान में रहे। रिलायंस सिक्योरिटीज के प्रमुख-रणनीति विनोद मोदी ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में जबर्दस्त बिकवाली दबाव देखने को मिला।
सरकार कोविड-19 के लिए वैक्सीन डेवलपमेंट को सपोर्ट और प्रमोटर करने के लिए सभी उद्देश्यपूर्ण और इंटीग्रेटेड प्रयास कर रही है।
सरकार ने इस साल मार्च में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से जुड़े छह करोड़ से अधिक अंशधारकों को उनके भविष्य निधि खाते से महंगाई भत्ते सहित अधिकतम तीन माह का मूल वेतन निकालने की अनुमति दे दी थी।
रिपोर्ट के अनुसार वाहन उद्योग क्षेत्र में नियुक्तियां लगभग रूकी हुई हैं। इसके अलावा 286 वाहन डीलरों की दुकानें बंद हो गई हैं।
नौकरी छूटने, वेतन में कटौती या फिर वेतन के भुगतान में देरी जैसी वजहों से परिवारों की बचत पर बुरा असर देखने को मिला है। सर्वे में शामिल 68 फीसदी लोगों ने बचत मे गिरावट की बात मानी है।
84 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे सुबह उठने के बाद पहले 15 मिनट में अपना फोन देखते हैं। 46 प्रतिशत ने कहा कि वे दोस्तों के साथ एक घंटे की बैठक के दौरान कम से कम पांच बार अपना फोन उठाते हैं।
एडीबी ने कहा कि महामारी के कारण एशिया में विकासशील देशों की आर्थिक वृद्धि पर प्रतिकूल असर पड़ा है और 2020 में इसके 0.4 प्रतिशत घटने का अनुमान है।
अमेरिका में टीके का दाम 19.50 डॉलर है, जो वहां एक बार के भोजन का औसत दाम है। वहीं मध्यम आय वर्ग वाले देशों में इसकी कीमत और कम होगी। गरीब देशों को ये वैक्सीन बिना किसी प्रॉफिट लिए उपलब्ध कराई जाएगी
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Health Secretary Rajesh Bhushan) ने बताया कि कोरोना वायरस वैक्सीन (coronavirus vaccine) की रियल-टाइम मॉनिटरिंग के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक डिजिटल प्लेटफॉर्म Co-WIN को विकसित किया है।
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 95 लाख से अधिक है। हालांकि, इसमें से 91 लाख से अधिक लोग ठीक भी हो चुके हैं।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईसीएमआर) के अनुसार सीरम इंस्टिट्यूट डीसीजीआई के ‘एट-रिस्क मैन्युफैक्चरिंग एंड स्टॉकपाइलिंग’ लाइसेंस के तहत पहले ही इस टीके की चार करोड़ खुराक बना चुकी है।
250 कंपनियों के बीच हुए सर्वे में कोविड-19 संकट से निपटने के लिये उठाये गये कदमों में कुल 13 प्राथमिकताओं में लोगों को नौकरी से हटाना सातवें स्थान पर रहा। वहीं वेतन में कटौती या उसे आगे टालने की प्राथमिकता 9वें स्थान पर थी।
यादव ने बताया कि इसके अलावा 566 ट्रेन सेवाओं को 20 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों के रूप में संचालित किया गया।
सर्वेक्षण के मुताबिक 87 प्रतिशत भारतीय कंपनियों को 2022 के अंत तक कोविड-19 से पूर्व के लाभ स्तर को प्राप्त करने का अनुमान है। जबकि इसका वैश्विक औसत 73 प्रतिशत है। लगभग 45 प्रतिशत भारतीय इकाइयां कारोबार वृद्धि को लेकर आशान्वित हैं। जबकि वैश्विक औसत 29 प्रतिशत ही है।
चालू वित्त वर्ष में राज्यों की आय में 15 प्रतिशत की गिरावट आयी है। जबकि उनकी उधारी 36 प्रतिशत बढ़कर 68 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है जो दशक का उच्च स्तर है। राज्यों का राजस्व घाटा चालू वित्त वर्ष में छह प्रतिशत रहने का अनुमान है।
एमएसएमई क्षेत्र के लिए 93 योजनाएं मंजूर की गई हैं। वहीं करीब 100 योजनाएं पाइपलाइन में हैं, सरकार इन योजनाओं को भी जल्द लागू करने की तैयारी कर रही है।
भारत में कोरोना के नए मामले लगातार 22 दिन से 50 हजार के स्तर से नीचे बने हुए हैं। अब तक कोरोना के कुल मामले 94 लाख के स्तर के करीब पहुंच गए। फिलहाल कुल एक्टिव केस की संख्या 4 लाख 54 हजार हो गई है। वहीं 88 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से मुक्त हो चुके हैं।
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