यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के डाटा के मुताबिक, बुधवार सुबह तक अमेरिका में लगभग 6.6 करोड़ लोगों को कोविड-19 टीका लग चुका है।
स्विगी ने कहा कि प्रोग्राम के पहले चरण में स्विगी के 5500 डिलीवरी पार्टनर्स 45 वर्ष और इससे अधिक उम्र के हैं जो टीकाकरण के लिए योग्य हैं।
कंपनी ने अगस्त, 2020 में रेमडैक को लॉन्च किया था, तब इसकी कीमत 2800 रुपये प्रति 100मिग्रा लीओफीलाइज्ड इंजेक्शन थी।
ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि संक्रमण बढ़ने के परिणामस्वरूप 21 मार्च को समाप्त सप्ताह में नोमूरा इंडिया बिजनेस रिजम्पशन इंडेक्स गिरकर 95.1 हो गया, जो इससे पहले के सप्ताह में 95.4 था।
पाकिस्तान सरकार ने स्पूतनिक वी रसियन वैक्सीन (Sputnik V) की अधिकतम खुदरा कीमत दो डोज के लिए 8,449 रुपये और चीन की कनवीडेसिया (Convidecia) के लिए प्रति इंजेक्शन 4,225 रुपये तय की है।
कोरोना संकट ने लोगों को कई अहम सबक दिए हैं, जिसमें से एक ये भी है कि लोगों को अपने सामर्थ्य के अनुसार बचत करना जरूरी है जो कि किसी भी आर्थिक संकट के समय आम खर्चों को पूरा कर सके।
देश में फिर कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। मंत्रालय ने बताया कि फ्लाइट में मास्क नहीं पहनने पर यात्री को उतार दिया जाएगा।
ग्राहकों की सुविधा को और अधिक बढ़ाने के लिए स्पाइसहेल्थ की ओर से उनके घरों से सैंपल कलेक्शन की सेवा नाममात्र शुल्क पर शुरू की जाएगी।
स्पाइसजेट के साथ साझेदारी के तहत स्पाइसहेल्थ इस एयरलाइन के यात्रियों को कोविड-19 की यह जांच 299 रुपयों की विशेष कीमत पर उपलब्ध करा रही है। वहीं कंपनी आम लोगों को 499 रुपये में जांच सुविधा उपलब्ध कराएगी।
अब तक करीब 2.5 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। इसमें से 40 लाख लोगों को वैक्सीन की दो डोज दी जा चुकी है।
इंफोसिस से पहले सॉफ्टवेयर कंसल्टिंग फर्म एक्सेंचर (Accenture) ने भी कहा था कि वह अपने कर्मचारियों और उनके आश्रितों के कोविड-19 टीकाकरण का पूरा खर्च उठाएगी।
सर्वे में यह तथ्य भी सामने आया कि महामारी के दौरान 30 प्रतिशत लोगों ने पहली बार जीवन बीमा में निवेश किया। वहीं 26 प्रतिशत लोगों ने पहली बार स्वास्थ्य सबंधी बीमा समाधान में निवेश किया।
पाकिस्तान ने कहा है कि वह अगले महीने के पहले सप्ताह में 65 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों के लिए टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करेगा।
उद्योग मंडल सीआईआई ने बृहस्पतिवार को कहा कि उद्योग ने कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम में भागीदारी की इच्छा जतायी है। इसका मकसद सरकार को प्राथमिकता वाले चिन्हित लक्ष्य तक तेजी से पहुंचने में मदद करना है जो कार्यबल के काम पर लौटने और अर्थव्यवस्था के पटरी पर लाने में महत्वपूर्ण होगा।
उद्योग निकाय के मुताबिक 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाने का दूसरा चरण एक विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण कार्य होगा, जिसमें महत्वपूर्ण रूप से बढ़े हुए टीकाकरण स्थलों और ज्यादा संख्या में योग्य कर्मचारियों की जरूरत होगी।
रिपोर्ट के अनुसार, पर्यटन, यात्रा और आतिथ्य उद्योग के साथ कार्यरत 13 प्रतिशत वित्तीय पेशेवरों को अस्थायी तौर पर छुट्टी दे दी गई है और 58 प्रतिशत के वेतन में कटौती की गई है। इस रिपोर्ट में पांच देशों, चीन, भारत, सऊदी अरब (केएसए), संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल किए गए हैं।
श्रम मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने सोमवार को लोक सभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि ईपीएफओ ने महामारी के दौरान 31 जनवरी, 2021 तक कुल 60.88 लाख कोविड-19 एडवांस दावों का निपटारा किया है और इसके तहत कुल 15,255.95 करोड़ रुपये की राशि जारी की है।
कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) के साथ करीब 600 किसान जुड़े हुए हैं। साथ ही, ऐप के माध्यम से इसने 22,000 से अधिक ग्राहकों को भी जोड़ रखा है जो कि मुंबई और पुणे से हैं। ट्रेड में कोई बिचौलिया न होने से किसानो को मंडियों के मुकाबले ज्यादा दाम मिल रहे हैं।
आईएमएफ के मुताबिक वित्त वर्ष 2022 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 11 प्रतिशत से अधिक होगी, जबकि आरबीआई का अनुमान इसे 10.5 प्रतिशत के आसपास बताता है। दुनिया में भारत एकमात्र ऐसी बड़ी अर्थव्यवस्था है, जहां जीडीपी ग्रोथ को लेकर लगाया गया अनुमान दोहरे अंकों में है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश का निर्यात जनवरी 2021 में सालाना आधार पर 5.37 प्रतिशत बढ़कर 27.24 अरब डॉलर रहा। मुख्य रूप से फार्मा और इंजीनियरिंग क्षेत्र में अच्छी वृद्धि से निर्यात बढ़ा है। जनवरी के महीने में आयात भी 2 प्रतिशत बढ़कर 42 अरब डॉलर रहा।
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