इरडा ने बीमा कंपनियों से सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार के जरिये कोविड महामारी की रोकथाम के लिये अपनाये जाने वाले व्यवहार को प्रोत्साहित करने को कहा।
जियो यूजर्स चैटबॉट पर मोबाइल नंबर पोर्टिबिलिटी सेवा और जियो सिम, जियोफाइबर, जियोमार्ट एवं इंटरनेशनल रोमिंग के लिए मदद हासिल कर सकते हैं।
शाह ने कहा कि सरकारी कर्मचारी जो टीका नहीं लगवाएंगे, उनकी जुलाई से तनख्वाह रोक ली जाएगी।
उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की प्रमुख कंपनी सैमसंग ने कहा कि वह भारत में कोविड-19 टीकाकरण अभियान में मदद के लिए 10 लाख लो डेड स्पेस (एलडीएस) सीरिंज का आयात कर रही है।
भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच कोविड-19 से लड़ने में टीकाकरण सबसे प्रभावी हथियार है।
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन के व्यापार में होने वाली वृद्धि खासतौर से पिछले साल के मुकाबले जब वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं कोरोना वायरस संक्रमण से मुकाबला करते हुए बंद पड़ी थी, नाटकीय लगती है।
ड्राइवर्स को वैध डिजिटल टीकाकरण प्रमाणपत्र दिखाने पर प्रत्येक कोरोना वैक्सीन शॉट के लिए 400 रुपये प्रदान किए जाएंगे।
महिन्द्रा ने कहा कि जब तक कंपनियों को सीधे टीके की आपूर्ति उपलब्ध नहीं होती है तब तक हम अस्पतालों को वित्तीय रूप से इस तरह के कैंप लगने में मदद कर सकते हैं।
देश में फिलहाल कोरोना के 11 लाख से ज्यादा एक्टिव मामले हैं। इससे Remdesivir की मांग में तेज उछाल देखने को मिला है। मांग में आई तेजी से इसकी कई जगह किल्लत भी देखने को मिली है, इसी वजह से निर्यात पर रोक लगाया गया है।
अबतक प्राइवेट सेक्टर द्वारा 14,000 लोगों को टीका लगाया जा चुका है, वहीं सरकारी अस्पतालों में 11 लाख लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
पाकिस्तान सरकार ने स्पूतनिक वी रसियन वैक्सीन (Sputnik V) की अधिकतम खुदरा कीमत दो डोज के लिए 8,449 रुपये और चीन की कनवीडेसिया (Convidecia) के लिए प्रति इंजेक्शन 4,225 रुपये तय की है।
इंफोसिस से पहले सॉफ्टवेयर कंसल्टिंग फर्म एक्सेंचर (Accenture) ने भी कहा था कि वह अपने कर्मचारियों और उनके आश्रितों के कोविड-19 टीकाकरण का पूरा खर्च उठाएगी।
पाकिस्तान ने कहा है कि वह अगले महीने के पहले सप्ताह में 65 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों के लिए टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करेगा।
भारत के औषधि नियामक डीसीजीआई ने दो टीकों के सीमित आपात उपयोग को रविवार को मंजूरी दी है। जिन दो टीकों के उपयोग की मंजूरी दी है, उनमें ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और एस्ट्राजेनेका के द्वारा सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ मिलकर तैयार कोविशील्ड तथा घरेलू दवा कंपनी भारत बायोटेक के द्वारा विकसित पूर्णत: स्वदेशी कोवैक्सीन शामिल है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोविशील्ड के विनिर्माण के लिये एस्ट्राजेनका के साथ गठजोड़ किया है। वहीं कोवैक्सी का विकास भारत बॉयोटेक ने भारत चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर किया है।
तीन भारतीय कंपनियां जायडस, भारत बायोटेक और जेनोवा घरेलू स्तर पर कोविड-19 वैक्सीन का विकास कर रही हैं जबकि अन्य कंपनियों मसलन सीरम इंस्टिट्यूट ने एस्ट्राजेनेका, डॉ रेड्डीज ने स्पुतनिक और बायोलॉजिकल ई ने जॉनसन एंड जॉनसन से गठजोड़ किया है।
इमरान खान ने अपने ट्वीट में लिखा है कि माशाअल्लाह, कोविड-19 के बीच अर्थव्यवस्था में सुधार से जुड़ी अच्छी खबर। लगातार पांचवें महीने नवंबर में चालू खाता अधिशेष 44.7 करोड़ डॉलर रहा।
एडीबी ने कहा कि महामारी के कारण एशिया में विकासशील देशों की आर्थिक वृद्धि पर प्रतिकूल असर पड़ा है और 2020 में इसके 0.4 प्रतिशत घटने का अनुमान है।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Health Secretary Rajesh Bhushan) ने बताया कि कोरोना वायरस वैक्सीन (coronavirus vaccine) की रियल-टाइम मॉनिटरिंग के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक डिजिटल प्लेटफॉर्म Co-WIN को विकसित किया है।
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