भारत को गहरी चोट पहुंची है। जहां तक अर्थव्यवसथा को फिर से पटरी पर लाने की बात है, भारत के पास उसकी खुद की बड़ी टीका उत्पादन क्षमता है, उसका खुद का उत्पादन है।
स्विगी के सीओओ, विवेक सुंदर ने एक बयान में कहा कि स्विगी सुरक्षा के साथ, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे डिलीवरी नायकों को भी आवश्यक समर्थन मिले।
चीन के सीमा शुल्क विभाग के सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार इस साल के पहले पांच माह में निर्यात 40 प्रतिशत बढ़ा है। 2019 में समान अवधि में निर्यात 29 प्रतिशत बढ़ा था।
कोटक का मेडिक्लेम बीमा वित्त वर्ष 2021-22 के लिए मृतक कर्मचारी के पति या पत्नी और नाबालिग बच्चों को कवर करेगा।
आरआईएल के चेयरमैन मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी ने कहा कि कंपनी एक रिलायंस परिवार के अपने वादे को हमेशा पूरा करेगी और हमेशा परिवार को अपना समर्थन जारी रखेगी।
वह राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत शामिल करीब 79.39 करोड़ लाभार्थियों को प्रति महीने प्रति व्यक्ति पांच किलोग्राम खाद्यान्न का वितरण कर रही है।
प्रमुख घरेलू टीका विनिर्माता कंपनी, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कहा कि उसे भी कोविड टीका दायित्व के तहत क्षतिपूर्ति सुरक्षा मिलनी चाहिये।
भारत सरकार वयस्क मरीजों में कोविड-19 के इलाज के लिए निक्लोसामाइड के दूसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल को पहले ही मंजूरी दे चुकी है।
रिलायंस आरएंडडी टीम ने बाजार लागत के 20 प्रतिशत पर डब्ल्यूएचओ विनिर्देशों के अनुरूप सैनिटाइजर का उत्पादन करने के लिए एक प्रक्रिया तैयार की है।
2018-19 की तुलना में 2019-20 में भारत में अंडे का प्रति व्यक्ति सालाना सेवन 79 अंडों से बढ़कर 86 हो गया।
पूरे भारत में इस योजना के तहत मई 2021 में 21,080 आपात वाहनों के लिए कुल 811.07 किलोलीटर (केएल) ईंधन वितरित किया गया, जिसकी कीमत 7.30 करोड़ रुपये है।
इस साल जनवरी में जारी आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 में मार्च 2022 में समाप्त होने वाले मौजूदा वित्तीय वर्ष में 11 प्रतिशत की आर्थिक विकास दर का अनुमान लगाया गया था।
इसके अलावा, एस्कॉर्ट्स द्वारा डीलरों के सभी फील्ड सेल्स कर्मचारियों के लिए कोविड टीका लगाने का खर्च भी दिया जा रहा है।
राज्य के स्वामित्व वाले बैंक संशोधित ईसीजीएलएस मानदंडों के तहत ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने के लिए स्वास्थ्य सेवा व्यवसाय ऋण प्रदान करेंगे।
भारतीय दवा कंपनी बजाज हेल्थकेयर ने शुक्रवार को कोविड-19 रोगियों में म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) के इलाज में उपयोगी दवा पॉसाकोनाजोल की पेशकश की है।
सरकार लॉकडाउन से सबसे अधिक प्रभावित छोटे कारोबार और स्वरोजगारों के लिए यह पैकेज ला सकती है।
सिप्ला देश भर में अपनी मजबूत वितरण क्षमता की मदद से इस दवा का वितरण करेगी। बयान के मुताबिक प्रत्येक रोगी के लिए खुराक की कीमत 59,750 रुपये होगी, जिसमें सभी कर शामिल हैं।
कंपनी ने अब अपने मजबूत वितरण नेटवर्क के जरिये इसे देश भर में मरीजों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
कर्मचारी जब चाहे छुट्टी ले सकते हैं इसके लिए उन्हें कोई एप्लीकेशन देने की जरूरत नहीं होगी। बस उन्हें अपने मैनेजर को सूचित करना होगा
वर्तमान में देश में कोरोना रोधी टीके का उत्पादन दो कंपनियां कर रही हैं। पहली भारत बायोटेक जो कोवैक्सिन टीका बना रही है और दूसरी सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया जो कि कोविशील्ड का उत्पादन कर रही है।
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