कपास सत्र 2020-21 के अंत में पिछले साल का बचा स्टॉक (कैरी ओवर स्टॉक) 113.50 लाख गांठ होने का अनुमान है।
कपास उत्पादन में कमी, खपत ज्यादा होने और एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी से इसकी सप्लाई सीमित हो सकती है जिससे इसकी कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है
स्वीडन की प्रमुख फर्नीचर कंपनी आइकिया अगले साल तक भारत में अपना रिटेल ऑपरेशन शुरू करने की तैयारी कर रही है। इसके मद्देनजर वह कपड़ों के लिए कपास खरीदेगी।
एक रिपोर्ट के मुताबिक कम बुआई और घटती उत्पादकता के कारण चालू वर्ष में देश का कपास उत्पादन 11 फीसदी गिरकर 335 लाख गांठ (एक गांठ= 170 किलो) रहने का अनुमान है।
महाराष्ट्र राज्य कपास उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष एनपी हिरानी के मुताबिक इस साल राज्य में बंपर कपास उत्पादन की संभावना है। साथ ही कीमत एमएसपी के ऊपर है।
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