कपास सत्र 2020-21 के अंत में पिछले साल का बचा स्टॉक (कैरी ओवर स्टॉक) 113.50 लाख गांठ होने का अनुमान है।
उद्योग संगठन ने फसल वर्ष 2020-21 में कपास की आपूर्ति 477.50 लाख गांठ रहने का अनुमान जताया है।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कपास के रिकॉर्ड उत्पादन के लिए राज्य के किसानों को विशेषकर राज्य के मालवा क्षेत्र के किसानों को बधाई दी है।
इस घरेलू कपड़ा उद्योग निकाय ने यह आंकड़ा, अक्टूबर-सितंबर 2018 फसल सत्र के लिए कपास उत्पादक क्षेत्रों से एकत्रित वास्तविक आंकड़ों के अनुमानों पर व्यक्त किया है।
कपास उत्पादन में कमी, खपत ज्यादा होने और एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी से इसकी सप्लाई सीमित हो सकती है जिससे इसकी कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है
देश में महंगाई के फिर से बढ़ने की आशंका पैदा हो गई है क्योंकि खाद्यान्न उत्पादन चालू खरीफ सत्र में 35 लाख टन घटकर 13.5 करोड़ टन रहने का अनुमान है।
किसानों के अन्य फसलों की ओर से रुख बदलने की वजह से सत्र 2015-16 में कपास का उत्पादन घटकर 338 लाख गांठ रह जाने का अनुमान है।
स्वीडन की प्रमुख फर्नीचर कंपनी आइकिया अगले साल तक भारत में अपना रिटेल ऑपरेशन शुरू करने की तैयारी कर रही है। इसके मद्देनजर वह कपड़ों के लिए कपास खरीदेगी।
एक रिपोर्ट के मुताबिक कम बुआई और घटती उत्पादकता के कारण चालू वर्ष में देश का कपास उत्पादन 11 फीसदी गिरकर 335 लाख गांठ (एक गांठ= 170 किलो) रहने का अनुमान है।
महाराष्ट्र राज्य कपास उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष एनपी हिरानी के मुताबिक इस साल राज्य में बंपर कपास उत्पादन की संभावना है। साथ ही कीमत एमएसपी के ऊपर है।
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