शुल्क में कटौती से अमेरिका को भारतीय बाजार में दस्तक देने में मदद मिलेगी और भारत में इन उत्पादों की कीमतें कम होंगी। इस कदम से डब्ल्यूटीओ का हिस्सा बनने वाले अन्य देशों को भी लाभ होगा।
कपास सत्र 2021-22 की शुरुआत में 73.20 लाख गांठ का स्टॉक मौजूद था जो कि करीब ढाई महीने की मिलों की खपत को पूरा करने के लिए पर्याप्त है
सीसीआई और अधिकृत एजेंसियों ने 2019-20 में कपास की 123 लाख गांठ और 2020-21 में 100 लाख गांठ की खरीद की है।
कपास का पिछले सत्र का बचा हुआ स्टॉक 30 सितंबर को सत्र के अंत में 62.13 लाख गांठ रहने का अनुमान है। अनुमान है कि कपास सत्र 2021-22 का निर्यात 48 लाख गांठ रहेगा
रंधावा ने आगे कहा कि संपत्तियों की कुर्की और जुर्माना लगाने के साथ दोषियों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू की जाएगी।
इमरान खान सरकार ने 1 अप्रैल को भारत से कपास आयात के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।
कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के आकलन के अनुसार, चालू कॉटन सीजन 2020-21 (अक्टूबर-सितंबर) में देश में कॉटन का कुल उत्पादन 358.50 लाख गांठ (एक गांठ में 170 किलो) है, जबकि पिछले साल का बकाया स्टॉक 125 लाख गांठ और आयात करीब 12 लाख गांठ को मिलाकर कुल आपूर्ति 495.50 लाख गांठ रहेगी
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत को लेकर फिर बड़ा बयान दिया है। इमरान खान ने कहा है कि पाकिस्तान मौजूदा परिस्थियों में भारत के साथ किसी भी व्यापार को आगे नहीं बढ़ा सकता है।
भारत ने चालू कॉटन सीजन 2020-21 (अक्टूबर-सितंबर) के आरंभिक छह महीने में 42 लाख गांठ (एक गांठ में 170 किलो) कॉटन का निर्यात कर लिया है और 30 सितंबर तक निर्यात 60 लाख गांठ तक होने की उम्मीद की जा रही है।
पाकिस्तान ने पांच अगस्त, 2019 में कश्मीर को लेकर तनाव बढ़ने के मद्देनजर पड़ोसी देश से अपने आयात पर पाबंदी लगा दी थी।
पाकिस्तान ने 19 माह बाद भारत के साथ शुरू किया फिर व्यापार, आयात करेगा चीनी और कपास
पाकिस्तान टेक्सटाइल एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के चेयरमैन खुर्रम मुख्तान ने कहा कि भारत से कच्चे कपास, यार्न और ग्रे फेब्रिक का आयात शुरू होने से मांग और आपूर्ति के बीच अंतर को कम करने में मदद मिलेगी।
कपास सत्र 2020-21 के अंत में पिछले साल का बचा स्टॉक (कैरी ओवर स्टॉक) 113.50 लाख गांठ होने का अनुमान है।
उद्योग संगठन ने फसल वर्ष 2020-21 में कपास की आपूर्ति 477.50 लाख गांठ रहने का अनुमान जताया है।
हरियाणा में चल रहे किसान आंदोलन के बीच राज्य सरकार ने कपास किसानों को बड़ी खुशखबरी दी है।
कॉटन उत्पादन अनुमान 19 लाख गांठ बढ़कर 354.50 लाख गांठ हुआ
कृषि लागत और मूल्य आयोग ने फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाने के लिए जो सिफारिश की थी उसे सोमवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में मंजूरी मिली है और धान, कपास, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, तुअर, उड़द, मूंग, ज्वार, बाजरा और रागी का समर्थन मूल्य बढ़ा दिया है
कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते भारत से चीन को रूई और धागे का निर्यात ठप पड़ गया है और कपड़ा उद्योग में इस्तेमाल होने वाला रासायनिक पदार्थ व एसेसरीज आइटम का आयात नहीं हो रहा है, जिससे घरेलू कपड़ा उद्योग पर असर पड़ा है।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कपास के रिकॉर्ड उत्पादन के लिए राज्य के किसानों को विशेषकर राज्य के मालवा क्षेत्र के किसानों को बधाई दी है।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कॉटन यार्न उद्योग में मंदी की बात स्वीकार करते हुए रविवार को कहा कि अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार के कारण मौजूदा हालात पैदा हुए हैं।
लेटेस्ट न्यूज़