बुधवार को कोरोना टीकाकरण का पाचवां दिन था। सरकार के मुताबिक अब तक 7.86 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है। बुधवार के दिन देश में कुल 20 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में शाम 6 बजे तक 1.12 लाख लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया।
आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर में हालात कुछ सुधरे, लेकिन गिरावट का सिलसिला नहीं थमा। दिसंबर में बिक्री इससे पिछले साल की तुलना में 3.3 प्रतिशत कम थी।
चीन की अर्थव्यवस्था डॉलर के मद में 15,420 अरब डॉलर (15.42 ट्रिलियन डॉलर) है, जबकि स्थानीय मुद्रा के मद में अर्थव्यवस्था का आकार एक लाख अरब युआन से अधिक है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि बाजार में इस टीके की कीमत 1000 रुपये प्रति शॉट होगी और एक व्यक्ति को कम से कम दो शॉट लेना जरूरी होगा।
पॉल ने एक साक्षात्कार में कहा कि हमारे पहले चरण में प्राथमिकता वाले समूह को टीका मिलेगा, जिसमें मृत्यु दर के उच्च जोखिम वाले लोग और हमारे स्वास्थ्य सेवा व अग्रिम पंक्ति के कर्मी शामिल हैं।
प्राइवेट बाजार में वैक्सीन की कीमत 1000 रुपये प्रति डोज होगी,जबकि सरकार को यह वैक्सीन 200 रुपये में उपलब्ध कराया जाएगा।
संशोधित कुरियर इम्पोर्ट्स एंड एक्सपोर्ट (इलेक्ट्रॉनिक डिक्लरेशन एंड प्रोसेसिंग) संशोधन नियम, 2020 में कहा गया है कि कोविड-19 से संबंधित वैक्सीन के आयात और निर्यात को बिना किसी मूल्य सीमा के अनुमति प्रदान की जाती है।
मंत्री ने कहा कि वैक्सीन के कई प्रयास अब अंतिम नतीजे पर हैं। अगले कुछ सप्ताह या महीनों में हम कई टीकों के लिए तैयार हैं। इनमें से कुछ भारतीय टीके होंगे और कुछ वैश्विक।
सरकार कोविड-19 के लिए वैक्सीन डेवलपमेंट को सपोर्ट और प्रमोटर करने के लिए सभी उद्देश्यपूर्ण और इंटीग्रेटेड प्रयास कर रही है।
एडीबी ने कहा कि महामारी के कारण एशिया में विकासशील देशों की आर्थिक वृद्धि पर प्रतिकूल असर पड़ा है और 2020 में इसके 0.4 प्रतिशत घटने का अनुमान है।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Health Secretary Rajesh Bhushan) ने बताया कि कोरोना वायरस वैक्सीन (coronavirus vaccine) की रियल-टाइम मॉनिटरिंग के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक डिजिटल प्लेटफॉर्म Co-WIN को विकसित किया है।
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 95 लाख से अधिक है। हालांकि, इसमें से 91 लाख से अधिक लोग ठीक भी हो चुके हैं।
भारत में घरेलू यात्री उड़ानों को 25 मई से दोबारा चालू किया गया था। इससे पहले कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण यात्री उड़ानों का परिचालन पूरे दो महीने बंद रहा था।
COVID-19 vaccine ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका सहित तमाम फार्मा कंपनियों के ट्रायल अपने अंतिम चरण में हैं।
1 दिसंबर 2020 से आम आदमी की जिंदगी से जुड़े कई तरह के नियमों में बदलाव होने जा रहा है। इसमें पैसों के ट्रांसफर, रेलवे, LIC किस्त और गैस सिलेंडर की कीमतों से जुड़ीं कई चीजें शामिल हैं।
रूसी स्पूतनिक वी वैक्सीन की पहली अंतरराष्ट्रीय खेप ग्राहकों को जनवरी, 2021 में मिलनी शुरू होगी। जिन ग्राहकों ने हाल ही में वैक्सीन के लिए खरीद ऑर्डर दिया है, उन्हें इस वैक्सीन का पहला बैच मार्च, 2021 से मिलना शुरू होगा।
कोरोना संकट से देश का हर एक नागरिक मुसीबत में है। उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं। लोगों की नौकरियां जा रही हैं। वहीं कोरोना के महंगे इलाज ने आम लोगों की कमर ही तोड़ दी है।
पाइसहेल्थ ने दावा किया है कि मरीज का सैंपल लेने के 6 घंटे के भीतर उसे उसकी रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।
एस्ट्राजेनेका ने कहा है कि कोविड-19 के उसके संभावित टीके को औसतन 70 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है। वहीं खास तरीके से डोज देने पर 90 फीसदी तक कारगर है।
इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति ने कहा कि सरकार चाहे तो वैक्सीन खरीदने के लिए कॉरपोरेट जगत पर टैक्स लगा सकती है, लेकिन आम लोगों को यह वैक्सीन मुफ्त में ही उपलब्ध करानी चाहिए।
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