सरकार के राहत कदमों पर भी रहेगी बाज़ार की नजर
वेटिलेटर की कमी और कोरोना का हल तलाशने के लिए देंगे रकम
चीन में रोबोट्स और ड्रोन कोरोना के इलाज प्रक्रिया का अभिन्न हिस्सा रहे हैं।
टाटा मोटर्स ने भी जरूरत पड़ने पर प्लांट बंद रखने के संकेत दिए
चिकित्सा सेवा से जुड़े लोग अपनी सेवा में तत्पर हैं। पेट्रोल पंप खुले हैं। दवा और दूध की दुकानें खुली हैं। इसी प्रकार की तमाम जरूरी सेवाएं बहाल हैं।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने कोरोना वायरस से फैली महामारी के कारण वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका गहराने को लेकर मार्च महीने में अब तक घरेलू पूंजी बाजारों से एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को लेकर लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) सुनिश्चित करने के साथ ही डिजिटल भुगतान अपनाने का आग्रह किया है।
ऑनलाइन टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला और उबर रविवार को जनता कर्फ्यू की अवधि में अनिवार्य यात्राओं के लिए सीमित सेवा ही चालू रखेंगी।
कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए एंजेल ब्रोकिंग में चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर विनीत अग्रवाल ने इसके बिज़नेस पर होने वाले असर और कंपनी के ग्रोथ की संभावनाओं पर चर्चा की।
कोविड-19 से आठ लोगों के संक्रमित होने के बाद कासरगोड जिले में शनिवार को काम-काज पूरी तरह ठप कर दिया गया जबकि चेतावनी के बाद भी दुकानें खोलने वाले 10 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए।
उल्लेखनीय है कि इस समय लोगों द्वारा घबराहट में सामानों विशेषकर व्यक्तिगत रख-रखाव तथा साफ-सफाई से जुड़े सामानों की अनावश्यक खरीद करने की खबरें आ रही हैं।
वित्तीय क्षेत्र के लिए राहत उपायों के बारे में सीतारमण ने कहा कि सेबी नियमनों की सूची लेकर आया है जो बाजार को स्थिर रखेगा।
कोरोना के कहर का असर ऑटो, टैक्सी और खोमचे वालों के साथ-साथ ट्यूशन टीचर की कमाई पर भी पड़ा है।
इंडिगो ने शुक्रवार को कहा कि रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ के मद्देनजर वह महज 60 प्रतिशत घरेलू उड़ानों का परिचालन करेगी।
पर्यटन, विमानन, छोटे उद्योग और पशुपाल मंत्रालय हुए बैठक में शामिल
हेल्थकेयर, ऑनलाइन सेवाएं देने वाले सेक्टर में नई नौकरियों की उम्मीद बढ़ी
हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड ने सुप्रीम कोर्ट से BS4 ईंधन उत्सर्जन मानक वाले वाहनों की बिक्री को रोकने के लिए 31 मार्च की समयसीमा के तीन महीने के विस्तार की मांग की है, क्योंकि कोरोना वायरस (COVID-19) के प्रकोप के चलते खुदरा बिक्री प्रभावित हुई है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में 18 साल के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद रिकवरी आई है। वहीं शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन तेजी का सिलसिला जारी रहा।
सर्वे में कहा गया है कि वस्तुओं और सेवाओं की मांग एवं आपूर्ति पर प्रत्यक्ष प्रभाव के अलावा, कंपनियों को धीमी आर्थिक गतिविधियों के कारण नकदी प्रवाह में कमी का सामना करना पड़ रहा है, जो कर्मचारियों, ब्याज, ऋण पुर्नभुगतान और करों के भुगतान की क्षमता को प्रभावित करेगा।
पूरे देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए डीएमआरसी ने एडवाइजरी जारी की है।
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