बीमा राशि 50,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक और अवधि साढ़े 9 महीने तक होगी
रिपोर्ट के अनुसार सकल माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह भी जून में 90,917 करोड़ रुपए रहा, जो मई के मुकाबले 46 प्रतिशत और अप्रैल के मुकाबले 181 प्रतिशत अधिक है।
भारत में ‘डीसरेम’ ब्रांड नाम के तहत ये दवा जुलाई से बाजार में उपलब्ध हो जाएगी
2022 तक 1.67 लाख करोड़ रुपये के कर्ज को चुकाने में आ सकती हैं दिक्कतें
क्या सरकार के पास क्या इतना स्टॉक पड़ा भी है कि वह 5 महीने तक फ्री में 80 करोड़ लोगों को 5 किलो गेहूं या चावल के साथ एक किलो चना उपलब्ध करा सके?
कोरोना से लड़ते हुए भारत में 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को 3 महीने का राशन मुफ्त दिया गया
ज्यादातर चीनी का इंडोनेशिया और ईरान को निर्यात किया गया।
कोरोना वायरस महामारी के कारण बिक्री गिरने से रियल्टी कंपनियों को कर्मचारियों की छंटनी और वेतन में कटौती करना पड़ रहा है।
सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया भर में आर्थिक गतिविधियों के बाधित हो जाने को देखते हुए एयर इंडिया के लिये बोली लगाने की समय सीमा को फिर से दो महीने के लिये बढ़ाकर 31 अगस्त कर दिया है।
सप्लाई में बाधा पड़ने से महंगाई दर पर असर संभव
कोरोना वायरस संकट में एक सीट वाला स्कूटर सुरक्षित यात्रा विकल्प पेश करता है। इस स्कूटर को चलाने के लिए लाइसेंस या क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) की अनुमति की जरूरत नहीं है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि 84,000 से अधिक भारतीय नेपाल, भूटान और बांग्लादेश से जमीनी सीमा आव्रजन चौकियों से वापस लौटे हैं।
पूरे वित्त वर्ष के दौरान अर्थव्यवस्था में गिरावट आएगी ही, प्रत्येक तिमाही के दौरान भी अर्थव्यवस्था नीचे आएगी।
Paytm का लक्ष्य देश के लाखों छोटे व्यवसायों को अतिरिक्त शुल्क की चिंता किए बिना सभी स्रोतों से डिजिटल भुगतान स्वीकार करने में सहयोग देना है।
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के साख विश्लेषक नील गोपालकृष्णन ने कहा कि ज्यादातर रेटिंग्स के मामले में हमारा मानना है कि कंपनियों की आय अगले 12 से 18 माह में सुधर जाएगी।
विश्लेषक कंपनी फिच साल्युशन्स ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि देश के कृषि व्यापार के कैलेंडर वर्ष 2020 की दूसरी छमाही में वापस गति पकड़ने की उम्मीद है।
बैंक ने कहा कि मौजूदा समय में पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है। इसकी वजह से लाखों लोगों के सामने रोजगार का संकट भी पैदा हो गया है।
बस एंड कार ऑपरेटर्स कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीओसीआई) 15 लाख बसें, मैक्सी कैब और 11 लाख पर्यटन टैक्सी चलाने वाले 20 हजार ऑपरेटरों के प्रतिनिधित्व का दावा करता है।
रेमडेसिवीर के जेनेरिक संस्करण की भारत में ब्रिकी ‘कोविफोर’ ब्रांड नाम से की जाएगी
इन स्टोरों को कुछ सप्ताह पहले ही खोला गया था। इस कदम से यह चिंता बढ़ गई है कि महामारी का असर अर्थव्यवस्था पर अनुमान से ज्यादा लंबा रह सकता है।
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