कोरोना वायरस की वजह से चीन की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। उद्योग मंडल एसोचैम का मानना है कि वायरस की वजह से वैश्विक निर्यात बाजार में चीन के खाली स्थान की जगह भारत ले सकता है।
आगामी सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा कोरोना वायरस से संबंधित घटनाक्रमों से तय होगी। 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद बीता सप्ताह शेयर बाजारों के लिए सबसे खराब रहा है।
उद्योग जगत ने कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र पर पड़ रहे असर के जल्दी दूर होने की शुक्रवार को उम्मीद जाहिर की।
बीएसई पर कुल मार्केट कैप 4,65,915.58 करोड़ रुपए घटकर 1,47,74,108.50 करोड़ रुपए रह गया।
कोरोना वायरस के असर से इंडस्ट्री की मांग गिरने की आशंका से कीमतें घटी
माइक्रोसॉफ्ट ने गुरुवार को बयान में कहा कि हालांकि, विंडोज की मांग हमारी उम्मीद के अनुरूप है, लेकिन आपूर्ति श्रृंखला के परिचालन में सुधार की रफ्तार उम्मीद से कम है।
दिल्ली और मुंबई से बैंकाक और सिंगापुर की फ्लाइट्स पर असर
पिछले महीने ही सेहत से जुड़े सभी तरह के व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के निर्यात पर रोक लगी थी
कोरोनावायरस का असर बढ़ने पर दुनिया भर में मंदी आने की आशंका
13 नवंबर को रुपया डॉलर के मुकाबले 72.09 पर बंद हुआ था। महाशिवरात्रि के मौके पर वित्तीय बाजार शुक्रवार को बंद रहे।
चीन में कोरोना वायरस का असर सबसे ज्यादा छोटी कंपनियों पर पड़ा है।
आज के कारोबार में मेटल इंडेक्स में 4.5 साल की बड़ी गिरावट देखने को मिली। निफ्टी का मेटल इंडेक्स आज 5.36 फीसदी टूटकर बंद हुआ
कारोबारी सप्ताह के पहले दिन सोमवार (24 जनवरी 2020) को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 450 से ज्यादा अंक नीचे चला गया। वहीं निफ्टी 11,950 से नीचे पहुंच गया।
भारत द्वारा चीन को चिकित्सा वस्तुओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के कोरोना वायरस परामर्श के अनुसार ऐहतियाती कदम उठाये गये हैं।
विमानन नियामक डीजीसीए ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिये चार और देशों (नेपाल, वियतनाम, इंडोनिशिया और मलेशिया) से आने वाले यात्रियों के स्वास्थ्य जांच एवं निरीक्षण का आदेश दिया है।
चीन में कोरोना वायरस का प्रकोप कम होने के बाद वहां से माल की आवाजाही में तेजी लाने के लिए मई 2020 तक सभी बंदरगाहों और हवाईअड्डों पर ‘सातों दिन-24 घंटे’ सीमा शुल्क निकासी सुविधा उपलब्ध होगी।
पाकिस्तान में बीते शुक्रवार को पीली धातु यानी सोने की कीमत अपने उच्चतम स्तर 93,650 रुपए प्रति तोला (11.66 ग्राम) पर पहुंच गई।
एक टीवी कंपनी के कार्यकारी ने कहा कि आपूर्ति और उत्पादन को अपनी सामान्य अवस्था में लौटने में कम से कम तीन महीने का समय लगेगा, जिसका असर कीमतों पर दिखाई देगा।
चीन से बाहर कोरोना वायरस के नए मामले सामने आने के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर अनिश्चिता का माहौल है। इस बीच शुक्रवार को एशियाई बाजारों में गिरावट रही।
कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते भारत से चीन को रूई और धागे का निर्यात ठप पड़ गया है और कपड़ा उद्योग में इस्तेमाल होने वाला रासायनिक पदार्थ व एसेसरीज आइटम का आयात नहीं हो रहा है, जिससे घरेलू कपड़ा उद्योग पर असर पड़ा है।
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