निजी टीकाकरण केंद्रों में टीके के अंतिम उपयोगकर्ताओं के लिए कुल कीमत 990 रुपये प्रति खुराक थी। अब उपयोगकर्ताओं को कर और टीका लगाने के शुल्क सहित प्रति खुराक 400 रुपये का भुगतान करना होगा।
कोरोना संकट से जूझ रहे देश को जल्द ही टेक महिंद्रा की ओर से राहत भरी खबर मिल सकती है।
भारत में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सिनेशन में जल्द ही वैक्सीन की सिंगल डोज़ भी जुड़ सकती है।
कोविड-19 टीकों की व्यापक पहुंच सुनिश्चित करने में विफल रहें तो वैश्विक आर्थिक और व्यापार पुनरूद्धार कमजोर पड़ सकता है।
डब्ल्यूएचओ चार से छह सप्ताह के भीतर आपातकालीन उपयोग सूची में भारत बायोटेक के कोविड -19 टीका कोवैक्सिन को शामिल करने पर निर्णय ले सकता है।
एसबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्चिक डाटा दिखाते हैं कि तीसरी लहर के दौरान औसतन कोविड-19 के मामले दूसरी लहर की तुलना में दोगुने या 1.7 गुना अधिक होंगे।
आईबीए के आंकड़ों के अनुसार बैंकिंग क्षेत्र में कुल 13.5 लाख कर्मचारियों में से पिछले साल कोविड-19 के कारण लगभग 600 कर्मचारियों की मौत हुई।
कंपनी ने कहा कि स्पूतनिक वी के स्थानीय निर्माण से इसकी कीमत में कमी आएगी।
कोविड-19, चिकनगुनिया, जीका, हैजा और अन्य संक्रमणों के लिए वैक्सीन विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए जरूरी है कि वैक्सीन की लागत वसूल हो।
देश में कोरोना टीकाकरण का चौथा चरण 1 मई से शुरू हो रहा है। इसके तहत 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिक कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन करवा सकेंगे।
अमेजन इंडिया अपने कर्मचारियों, सूचीबद्ध विक्रेताओं और भागीदारों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित कर रही है ताकि वे स्वयं, अपने परिवार और समाज के अन्य लोगों की रक्षा कर सके।
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