बुलेटिन में कहा गया है कि देश में वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में जो कुछ सुस्ती देखी गयी थी, वो अब पीछे छूट गई है। इसका कारण ये है कि निजी खपत घरेलू मांग को गति दे रही है और त्योहारों के दौरान खर्च ने तीसरी तिमाही में वास्तविक गतिविधियों को बढ़ाया है।
अगस्त के महीने में 15 अगस्त तक मांग और उत्पादन में सालाना आधार पर 15 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। इससे पहले जुलाई में देश की बिजली की खपत महामारी के पहले के स्तर पर पहुंच गयी थी
नए आंकड़ों के अनुसार 30 जून, 2021 को देश में बिजली की खपत 438.4 करोड़ यूनिट (एमयू) दर्ज की गई, जो कि अब तक सबसे अधिक दैनिक बिजली खपत है।
बिजली मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में देश की बिजली खपत 110.94 अरब यूनिट रही। पिछले साल अक्टूबर में यह आंकड़ा 97.84 अरब यूनिट था। अक्टूबर में व्यस्तम समय के दौरान अधिकतम बिजली आपूर्ति अक्टूबर 2019 के मुकाबले 3.52 प्रतिशत अधिक है।
ICAC के मुताबिक 2018-19 सीजन के दौरान वैश्विक स्तर पर कपास की खपत 274.6 लाख टन तक पहुंच सकती है जो अबतक की सबसे अधिक सालाना खपत होगी और 2017-18 के मुकाबले लगभग 11 लाख टन ज्यादा।
पेट्रोलियम मंत्रालय ने ट्रैक्टर के लिए डीजल किफायती नियम तैयार करने में मदद के लिए गुरुवार को उच्च स्तरीय समिति गठित की है।
देश में स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं की इंटरनेट डाटा की औसत मासिक खपत मौजूदा 3.9GB से करीब पांच गुना बढ़कर 2023 तक 18GB हो जाने की संभावना है।
3 साल बाद ऐसा होगा कि कपास उत्पादन इसकी खपत से अधिक होगा, इस साल खपत 252.2 लाख टन अनुमानित है जो पिछले साल से 6.6 लाख टन अधिक होगी लेकिन उत्पादन से कम
पेट्रोल-डीजल की खपत बढ़ने के साथ ही ईंधन की मांग में सितंबर महीने के दौरान 9.9 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। किसी एक महीने में यह सर्वाधिक वृद्धि है।
संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक आयोग इस्केप के अनुसार भारत की वृद्धि दर अगले साल 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इस साल 7.1 फीसदी रहेगी।
मोर्गनस्टेनली की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उपभोक्ता मांग बहाल होने से अप्रैल-जून तिमाही से भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी पकड़ने की संभावना है।
संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत की आर्थिक वृद्धि दर इस साल 7.1 प्रतिशत तथा अगले वर्ष यानी 2018 में 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
वर्ल्डस्टील एसोसिएशन के मुताबिक भारत में तैयार स्टील की मांग वर्ष 2017 में 6.1 प्रतिशत बढ़कर 8.86 करोड़ टन पर पहुंच जाएगी।
बिस्कुट के सबसे अधिक शौकीन लोग महाराष्ट्र में हैं जहां एक साल में 1.09 लाख टन बिस्कुट खाते हैं। सबसे कम बिस्कुट खाने वालों में पंजाब और हरियाणा के लोग हैं।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नोटबंदी ने नकदी को वैक्यूम क्लीनर की तरह सोख लिया और अब धीमी गति से मुद्रा को बदला जा रहा है।
SBI रिसर्च ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रहने की बात कही है। सीएसओ ने जीडीपी ग्रोथ का अग्रिम अनुमान 7.1 प्रतिशत जताया है
चालू वित्त्त वर्ष की दूसरी छमाही में रोजमर्रा के काम आने वाले उपभोग के सामान (FMCG ) की खपत दूसरी छमाही में बेहतर रहने की उम्मीद की जा रही है।
सरकारी कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने के सरकार के फैसले से घरेलू खपत में 45,110 करोड़ रुपए की वृद्धि होगी और इससे घरेलू बचत को भी बढ़ावा मिलेगा।
लेटेस्ट न्यूज़