फिच सॉल्यूशंस ने कहा कि मूल्य के हिसाब से परिवारों का खर्च 2021 में 123 लाख करोड़ रुपये रहेगा। यह 2019 के 121.6 लाख करोड़ रुपये की तुलना में मात्र 1.2 प्रतिशत अधिक है। इससे पता चलता है कि कोविड-19 महामारी की वजह से उपभोक्ता खर्च कितनी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को कम कर 7.3 प्रतिशत कर दिया, बैंक को उम्मीद है कि नए नोटों के चलन में आने से खर्च बढ़ेगा।
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