सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित पांच मंत्रियों से अपील की है कि वायदा कारोबार की गैरमौजूदगी ने मूल्य जोखिम प्रबंधन और बाजार विकास में बाधा उत्पन्न की है।
विश्लेषकों ने कहा कि सोने ने अपनी खोई हुई जमीन वापस पा ली है और तेजी का रुझान बरकरार है तथा एमसीएक्स पर कीमती धातु के 77,000-78,300 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। हाजिर बाजारों में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 1,100 रुपये बढ़कर 80,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
पहले, इक्विटी अकाउंट जीरोधा ब्रोकिंग लिमिटेड के तहत खोले जाते थे, जबकि कमोडिटी खातों का प्रबंधन जीरोधा कमोडिटीज लिमिटेड के तहत किया जाता था। ग्राहकों को हर खाते में अलग-अलग धनराशि जमा करने की जरूरत होती थी।
स्मार्ट तरीके से निवेश करने में सक्षम होने के लिए, आपको विभिन्न बाजारों के बीच अंतर पता होना चाहिए जो कई निवेश अवसर प्रदान करते हैं।
पीएचडीसीसीआई ने उन क्षेत्रों का खाका तैयार करते हुए पांच सुझाव दिए, जिनपर रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास के दूसरे कार्यकाल के दौरान ध्यान दिया जाना चाहिए।
सोयाबीन और पामोलिन तेलों में 20 से 100 रुपये क्विंटल तक की गिरावट दर्ज की गई। लेकिन सरसों में बाजार मजबूत बना हुआ है। नैफेड के पास लगातार ऊंचे भाव पर सरसों के लिये बोलियां आ रही हैं और मांग जारी है।
तिमाही के दौरान कुल आय 11 प्रतिशत बढ़कर 122.70 करोड़ रुपये पर पहुंची
इंडस्ट्री कृषि वायदा कारोबार को बढ़ाने की कर रही है मांग
गुरुवार को सोने की कीमत 150 रुपये प्रति दस ग्राम बढ़कर 41,019 रुपये प्रति 10 ग्राम रहीं
विदेशी बाजार से मिले मजबूत संकेतों से घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोना 39,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर को तोड़ते हुए एक बार फिर नई ऊंचाई पर चला गया है। चांदी के भाव में भी तकरीबन डेढ़ फीसदी की तेजी आई है।
आम बजट 2019-20 में महंगी धातुओं पर आयात शुल्क में 2.5 फीसदी की वृद्धि की घोषणा के बाद सोने के दाम में जबरदस्त तेजी आई है।
केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामले के राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को कहा कि सभी हितधारकों को ध्यान में रखते हुए कमोडिटी ट्रेडिंग के लिए सुरक्षित व सुदृढ़ तंत्र की जरूरत है।
सोने का भाव शुक्रवार को घरेलू वायदा बाजार एमसीएक्स पर सर्वाधिक ऊंचाई के करीब पहुंच गया है।
SEBI चेयरमैन अजय त्यागी ने यह भी कहा है कि FII को कमोडिटी डेरिवेटिव कारोबार में सिर्फ संवेदनशील कमोडिटीज में अनुमति नहीं होगी
कमोडिटी पार्टिसपेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CPAI) के छठें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य रूप से यूनिफिकेशन ऑफ एक्सचेंजेज पर चर्चा हुई। कार्यक्रम में आए विशेषज्ञों ने बताया कि कमोडिटी को लेकर बड़ी संभावनाएं हैं। ऐसे में अगले दो साल में कमोडिटी बाजार में आवश्यक बदलाव किए जा सकते हैं।
कमोडिटी फ्यूचर्स एक्सचेंज NCDEX ने निकेल और अल्यूमीनियम जैसी गैर-कृषि कमोडिटीज में ऑप्शंस कारोबार शुरू करने के लिए बाजार नियामक सेबी से मंजूरी मांगी है।
सेबी की इस मंजूरी के बाद शेयरों और कमोडिटीज में ट्रेडिंग के लिए अलग-अलग एकाउंट खुलवाने की जरूरत नहीं होगी
चालू वित्त वर्ष में ग्रामीण आय में सामान्य वृद्धि ही होने की उम्मीद है। इसकी अहम वजह कृषि जिंसों की कीमतों में कमी और जीएसटी लागू होना एवं नोटबंदी का असर है
3 साल बाद ऐसा होगा कि कपास उत्पादन इसकी खपत से अधिक होगा, इस साल खपत 252.2 लाख टन अनुमानित है जो पिछले साल से 6.6 लाख टन अधिक होगी लेकिन उत्पादन से कम
धनतेरस के दिन देश के सबसे बड़े कमोडिटी एक्सचेंज MCX ने गोल्ड में देश का पहला ऑप्शन ट्रेडिंग लॉन्च किया है।
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