कोल इंडिया ने कोयले के दामों में बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। इस फैसले से देश भर में बिजली की दरें 8-10 फीसदी महंगी हो सकती हैं।
बाजार पूंजीकरण के लिहाज से देश की दस शीर्ष कंपनियों में से चार का बाजार पूंजीकरण बीते सप्ताह कुल मिलाकर 38,703 करोड़ रुपए बढा है।
कोल इंडिया और NTPC ने एक करार किया है जिसके तहत वे एक संयुक्त उद्यम बनाकर सिंधरी और गोरखपुर के उर्वरक संयंत्रों का पुनरोद्धार करेंगी।
सरकार चाहती है कि नकदी संपन्न कोल इंडिया, ऑयल इंडिया और एनटीपीसी जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां शेयरों की पुनर्खरीद करें और बही खाते को सुधारें।
बढ़ते उत्पादन के बीच भारत की योजना अगले दो-तीन साल में थर्मल कोयले के इंपोर्ट पर पूरी तरह से रोक लगाने की है। इससे सालाना 40,000 करोड़ रुपए बचेंगे।
सरकारी कंपनी ओएनजीसी, एनटीपीसी और कोल इंडिया (सीआईएल) को बंद पड़े एक-एक यूरिया प्लांट को दोबारा शुरू करने को कहा गया। इससे उत्पादन बढ़ेगा और आयात घटेगा।
कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के रिकॉर्ड कोयला उत्पादन की मदद से भारत वित्त वर्ष 2015-16 में अपना कोल इंपोर्ट बिल 28,000 रुपए कम करने में कामयाब रहा है।
सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया चालू वित्त वर्ष में अपने 55 करोड़ टन उत्पादन लक्ष्य से एक से डेढ़ करोड़ टन पीछे रहेगी।
कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) ने आज 27.40 रुपए प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश घोषित किया है। अंतरिम लाभांश के रूप में सरकार को 17,308 करोड़ रुपये मिलेंगे।
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