कोल इंडिया ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पहले अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया है।
दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी की इंटीग्रेटेड बिक्री घटकर 27,271.30 करोड़ रुपये रह गई, जो पिछले साल की समान तिमाही में 29,978.01 करोड़ रुपये थी। बोर्ड ने 2024-25 के लिए 15.75 रुपये प्रति शेयर का पहला अंतरिम लाभांश घोषित किया है।
शुक्रवार को कंपनी के शेयर 6.25 रुपये (1.19%) की अच्छी बढ़त के साथ 529.40 रुपये के भाव पर बंद हुए थे। कंपनी के शेयरों का मौजूदा भाव, इसके 52 हफ्तों के उच्च स्तर के आसपास ही बना हुआ है।
एनएमडीसी पहले से ही ऑस्ट्रेलिया में सक्रिय है। उनके पास ऑस्ट्रेलिया में कुछ सोने की खदानें हैं और वे ऑस्ट्रेलिया में लिथियम खदानों पर भी गौर कर रहे हैं।
1 अप्रैल, 2023 तक कोल इंडिया में 2,39,210 कर्मचारी थे। कोल इंडिया अपनी सब्सिडियरी कंपनियों के माध्यम से 83 माइनिंग एरियाज में काम करती है।
Coal India की ओर से 5.25 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान किया गया है। शेयर में आज 5 प्रतिशत की तेजी देखने को मिल रही है।
कोल इंडिया, ओएनसीजी, ऑयल इंडिया, कोचीन शिपयार्ड, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स और पीएफसी जैसे सरकारी शेयर अगले हफ्ते एक्स डिविडेंड होने वाले हैं। इनमें निवेशकों को 15.34 रुपये प्रति शेयर तक का डिविडेंड मिलेगा।
सरकार ने कोल इंडिया में तीन प्रतिशत तक हिस्सेदारी बेचने का ऐलान किया है। यह हिस्सेदारी एक जून से बिक्री पेशकश माध्यम से बेची जाएगी।
पिछले साल की पहल तिमाही में देश में गंभीर कोयला संकट पैदा हो गया था। देश के विभिन्न हिस्सों में कोयला परिवहन को लेकर गंभीर समस्याएं पैदा हुई थी। यहां पता चला कि सिर्फ रेल पर निर्भर रहते हुए कोयला पहुंचाने में कई समस्या हैं।
Coal consumption in the world reached a record level this year: report 2022 में कोयले के उपयोग में सिर्फ 1.2 प्रतिशत की ही वृद्धि हुई है लेकिन इस वृद्धि ने कोयला खपत के 2013 के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए इसे आठ अरब टन से अधिक के सर्वकालिक स्तर पर ला दिया है।
Maharatna Company Earning: भारत सरकार की महारत्न कंपनी ने कमाई के मामले में नया रिकॉर्ड बना दिया है। कंपनी ने दूसरी तिमाही में 106 प्रतिशत का मुनाफा बनाया है
इस वर्ष कोयला उत्पादन पिछले वित्त वर्ष की तुलना में लगभग 16 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 15.77 करोड़ टन तक पहुंच गया है।
ओएनजीसी का दूसरी तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ 18,347.73 करोड़ रुपये रहा, वहीं कोल इंडिया को तिमाही के दौरान 2,936 करोड़ रुपये का लाभ हुआ।
सूत्र ने बताया कि बिजली संकट के बीच सूखे कोयले की निर्बाध आपूर्ति के कारण बकाया राशि में और उछाल आया है और बकाया राशि पहले ही लगभग 24,000-25,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है।
सरकार ने कोल इंडिया को नवंबर के अंत तक ताप बिजली घरों के पास कम से कम 18 दिन का कोयला भंडार सुनिश्चित करने को कहा है।
कोल इंडिया का यह फैसला बताता है कि देश में बिजली और कोयले की हालत कितनी गंभीर है।
केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने जानकारी दी गयी कि थर्मल पावर प्लांट्स को 20 लाख टन कोयले की आपूर्ति की गयी है। इसके साथ ही स्टॉक में सुधार भी शुरू हो गया है।
केरल की सरकार हालात पर पैनी नज़र बनाए हुए है। आम लोगों से अपील की गई है कि वे सोच समझकर बिजली खर्च करें नहीं तो भविष्य में संकट आ सकता है।
इस वर्ष सितंबर 2021 तक घरेलू कोयला आधारित बिजली उत्पादन में लगभग 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं आयात आधारित बिजली संयंत्रों द्वारा पीपीए के तहत बिजली की आपूर्ति लगभग 30 प्रतिशत कम हो गई है।
कोल इंडिया लिमिटेड का बोर्ड अपनी सहायक कंपनी केंद्रीय खनन योजना एवं डिजाइन संस्थान लिमिटेड (सीएमपीडीआईएल) में 10 प्रतिशत विनिवेश के केंद्र के प्रस्ताव को मंजूरी दे सकता है।
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