Global Economic Recession: चीन (China) मे सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप से चीन की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। जुन तिमाही में खुदरा महंगाई भी बढ़ी है। अर्थव्यस्था में महज 0.4 फीसदी की वृद्धी हुई है
पाकिस्तान में विभिन्न परियोजनाओं में चीनी निवेश के संबंध में द्विपक्षीय बातचीत चल रही है। चीनी कंपनियां पाकिस्तान के ऊर्जा, कृषि, पर्यटन और अन्य क्षेत्रों में भी निवेश करेंगी।
सरकार ने चीन के साथ हुए संघर्ष के बाद देश की सीमाओं से सटे दूसरे देशों के साथ निवेश और कारोबार की शर्तों को और कड़ा कर दिया है। इन देशों की कंपनियों या ऐसी कंपनियों जो इन देशों से किसी भी तरह जुड़ी हैं, उन्हें निवेश या कारोबार के लिए पहले सरकार से मंजूरी लेनी होगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी ऑडिटर्स को अपने सभी दस्तावेज अमेरिकी सरकार के नियंत्रण वाले विशेष ऑडिट नियामक पब्लिक कंपनी एकाउंटिंग ओवरसाइट बोर्ड को सौंपने होंगे।
कैट ने कहा है कि भारतीय रेलवे की यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया के आह्वान का एक हिस्सा है, इसलिए इस तथ्य और वर्तमान में चल रही परिस्थितियों को देखते हुए चीनी कंपनी को इस परियोजना में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
सूत्रों ने बताया कि दूरसंचार मंत्रालय ने बीएसएनएल को निर्देश दिया है कि सुरक्षा मुद्दों के मद्देनजर 4जी अपग्रेडेशन में चीनी उपकरणों का इस्तेमाल न किया जाए।
अमेरिका में डाटा निजता को लेकर गंभीर आलोचना का सामान कर रही फेसबुक ने स्वीकार किया है कि उसने यूजर्स के डाटा को चीनी कंपनियों हुआवेई, लेनोवो, ओप्पो और टीसीएल के साथ साझा किया था।
चीनी स्मार्टफोन निर्माता श्याओमी और कूलपैड के बीच पेटेंट को लेकर तनातनी की खबरें पिछले हफ्ते मीडिया में आई थीं। बाद में सोमवार को इसकी पुष्टि हुई कि कूलपैड ने श्याओमी समूह की तीन कंपनियों के खिलाफ कई पेटेंट उल्लंघनों को लेकर मुकदमा दायर किया है।
भारतीय बाजार में इस समय चीनी और जापानी कंपनियों की धाक है। लेकिन अगले साल पहली चाइनीज़ कंपनी भारत में कदम रखने जा रही है। चीन की एसएआईसी की अनुषंगी कंपनी एमजी मोटर इंडिया अगले पांच से छह साल में 5,000 करोड़ रुपये से अधिक निवेश करेगी।
ग्लोबल टाइम्स के एक लेख में कहा गया है कि दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच चीन की कंपनियों को वहां चीन विरोधी भावना से निपटने को कदम उठाने चाहिए।
एफडीआई के मामले में चीन सबसे तेजी से उभरता हुआ देश बन गया है। 2016 में यह 2014 के 28वें और 2011 के 35वें स्थान से छलांग लगाते हुए 17वें स्थान पर आ गया है।
मोदी सरकार चीनी कंपनियों पर सुरक्षा प्रतिबंध कड़े करने पर विचार कर रही है। इस पर चीन के आधिकारिक मीडिया ने कहा कि इससे भारत को ही नुकसान होगा।
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