चीन का अमेरिका के साथ व्यापार अधिशेष रिकॉर्ड 75.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
पिछले दो महीनों में, चीन ने दक्षिण भारत से लगभग 5,000 टन टुकड़े वाले गैर-बासमती चावल के आयात के लिए ऑर्डर दिए हैं।
पिछले 3 दशक में पहली बार चीन भारत से बड़ी मात्रा में चावल की खऱीद कर रहा है। चावल की सप्लाई घटने से चीन ने भारत से चावल खरीदने का फैसला लिया है।
चेयरमैन आर.सी.भार्गव के मुताबिक यदि सरकार और उद्योग साथ काम करें तो भारत के पास चीन से अधिक सस्ती लागत पर विनिर्माण करने की क्षमता है। सरकार की नीतियों का मूल उद्देश्य भारतीय उद्योगों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ाना होना चाहिए, इससे कम लागत के उत्पाद बनाए जा सकेंगे
राष्ट्रपति ने कहा कि विकास का नया स्वरूप एक रणनीतिक फैसला है। हमने चीन की मौजूदा और विकास की स्थिति के आधार पर यह निर्णय किया है।
RCEP में शामिल नहीं होने पर चीन ने अपनी खीज निकाली है। चीन के अखबारों ने लिखा है कि भारत ने रणनीतिक तौर पर एक भारी गलती की है।
चीन और 14 अन्य देशों ने विश्व के सबसे बड़े व्यापारिक गुट के गठन पर सहमति जताई है, जिसके दायरे में करीब एक-तिहाई आर्थिक गतिविधियां आएंगी।
हनोई। चीन और 14 अन्य देशों ने विश्व के सबसे बड़े व्यापारिक गुट के गठन पर सहमति जताई है, जिसके दायरे में करीब एक तिहाई आर्थिक गतिविधियां आएंगी।
ट्रंप ने अपने एग्जीक्यूटिव ऑर्डर में कहा कि चीन अपनी सेना, इंटेलीजेंस और अन्य सुरक्षा एजेसियों को मजबूत और आधुनिक बनाने के जरिये अमेरिका को प्रभावित कर रहा है और चीन सीधे अमेरिका को उसकी धरती और विदेशी धरती पर चुनौती दे रहा है।
चीन ने ऑस्ट्रेलिया सरकार से कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच का समर्थन नहीं किए जाने की मांग की थी।
यह डेटा सेेंटर तिब्बती क्षेत्रीय राजधानी शहर ल्हासा में उच्च प्रौद्योगिकी वाले क्षेत्र में 3,656 मीटर की ऊंचाई पर है।
सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर 2020 में अमेरिका को होने वाला भारत का निर्यात 5.1 अरब डॉलर रहा, यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 15.5 प्रतिशत अधिक है
दीयों के अलावा, आयेग गोबर, गौमूत्र और दूध से बने अन्य उत्पादों जैसे कि एंटी-रेडिएशन चिप, पेपर वेट, गणेश और लक्ष्मी की मूर्तियों, अगरबत्ती, मोमबत्तियों और अन्य चीजों के उत्पादन को बढ़ावा दे रहा है।
मालदीव पर चीन का लगभग 1.4 अरब डॉलर बकाया है। मालदीव के लिए कर्ज बहुत बड़ा है, क्योंकि उसकी जीडीपी ही 5.7 बिलियन डॉलर की है।
अप्रैल से अगस्त 2020 के बीच भारत और चीन के बीच कारोबार से भारत को 12.6 अरब डॉलर का व्यापार घाटा हुआ है। पिछले साल इसी अवधि में व्यापार घाटा 22.6 अरब डॉलर का था। वहीं इससे भी पहले यानि वित्त वर्ष 2018-19 में भारत का व्यापार घाटा 23.5 अरब डॉलर था।
चीन का विदेशी मुद्रा भंडार सितंबर 2020 में एक महीना पहले के मुकाबले 22 अरब डालर घटकर 3,142.60 अरब डालर रह गया।
पिछले दो-तीन वर्षों में स्थानीय प्रशासन द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से गांव में हर चीज में सुधार देखने में आया है।
पहले से तनाव में चल रहे अमेरिका और चीन के रिश्तों के बीच कोविड-19 संकट के बाद खटास और बढ़ गई है।
यह कदम भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के व्यापार एवं उद्योगों से जुड़े मंत्रियों के बीच हाल ही में एक वर्चुअल बैठक के बाद सामने आया है।
भारत द्वारा चीन में निवेश पर उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में अभी तक 2.75 करोड़ डॉलर का निवेश किया गया है।
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