सीपीईसी चीन की बेल्ट एंड रोड पहल (बीआरआई) का हिस्सा है। बीआरआई के तहत चीन सरकार करीब 70 देशों में भारी निवेश कर रही है। उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत द्वारा पाकिस्तान को चीन के बीआरआई से "बाहर रखने के लिए चालें चली जा रही हैं।’’
नितिन गडकरी ने कहा कि वो जल्द ही दिल्ली में हाइड्रोजन से चलने वाली कार को पेश करने वाले हैं। अगले 15 दिनो मे वो दिल्ली मे इसकी ट्रायल करेंगे।
चीन की अर्थव्यवस्था पर अब कोरोना वायरस का असर दिखने लगा है। उसकी आर्थिक वृद्धि की रफ्तार धीमी हो गई है। इसका कारण उसके बाजार में गिरावट, बिजली संकट और अन्य कारण बताया जा रहे है।
कारखाना उत्पादन, खुदरा बिक्री, निर्माण और अन्य गतिविधियों में निवेश कमजोर पड़ा है। इसके साथ ही बिजली संकट की वजह से भी ग्रोथ पर असर है।
कोयला उत्पादन में वृद्धि और चीन के कार्बन नियंत्रण लक्ष्य के बीच कोई विरोधाभास नहीं है। चीन ने हमेशा अपने द्वारा तय किए गए लक्ष्यों का सम्मान किया है और हम उन्हें हासिल करने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे।
इमरान खान ने सोमवार को कहा कि उनके देश को औद्योगिकीकरण में तेजी लाने और अपनी बढ़ती आबादी को रोजगार मुहैया कराने के लिए विशेष रूप से चीन से निवेश की जरूरत है।
चीन व्यापक बिजली कटौती से प्रभावित हुआ है, जिसके चलते कारखानों को उत्पादन में देरी करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
बिजली कीमत में बहुत अधिक वृद्धि से महंगाई बढ़ने का भी डर है। जो पहले से ही नीति निर्माताओं को अपने अगले कदम पर सावधानीपूर्वक विचार करने के लिए मजबूर कर रहा है।
पाकिस्तान पिछले तीन वर्षों से लगातार सर्दियों के मौसम में गैस संकट का सामना कर रहा है और वैश्विक एलएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी से पता चलता है कि पीटीआई सरकार के तहत लगातार चौथे वर्ष भी संकट पैदा होगा।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 2020 के अंत में आयोजित यूनाइटेड नेशन के क्लाइमेट चेंज सम्मेलन में घोषणा की थी कि उनका देश जीपीडी के प्रति यूनिट कार्बन डाईऑक्साइड उत्सर्जन में 2005 के स्तर से 65 प्रतिशत तक की कटौती 2030 तक करेगा।
चीन ने पाकिस्तान को 9 चीनी कर्मियों की बस विस्फोट में मौत के बाद एकबार फिर सुरक्षा को ठीक करने को कह दिया है। चीन CPEC के तहत कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। ऐसे में उसे अपने कर्मियों की सुरक्षा का खतरा महसूस हो रहा है।
चीन के खिलाफ भारत सरकार फिर सख्त हो गई है। भारत और चीन के बीच रिश्ते काफी समय से ठीक नही चल रहे है। भारत ने कुछ समय पहले ही चीन को सबक सिखाने के लिए उसपर आर्थिक हमला किया था।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कह चुकी हैं कि वह क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े विधेयक को लेकर मंत्रिमंडल की मंजूरी का इंतजार कर रही हैं। प्रस्तावित विधेयक उसके सामने है।
चीन की दिग्गज रियल स्टेट कंपनी एवरग्रांडे के दिवालिया होने की आशंका से सोमवार को यूएस सहित करीब पूरी दुनिया के शेयर बाजारों में गिरावट देखने को मिली है।
चीन को लेकर बड़ी खबर आ रही है। वहां की बहुत बड़ी कंपनी कंगाली की कागार पर पहुंच गई है। ऐसे में लोग बोल रहे है कि चीन की 'मजबूत इकोनॉमी' की हवा निकलने लगी है।
भारत दुनिया के लिए पसंदीदा निवेश गंतव्य और एक विश्वसनीय, भरोसेमंद गंतव्य बना हुआ है जबकि चीन का आकर्षण कम हो रहा है।
अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों के मुताबिक, एक देश अपने घरेलू विनिर्माताओं को एक समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए ऐसे सस्ते उत्पादों के आयात पर शुल्क लगाने के लिए स्वतंत्र है।
अगस्त में अमेरिका को चीन का निर्यात एक साल पहले की तुलना में 15.5 प्रतिशत बढ़कर 51.7 अरब डॉलर पर पहुंच गया। जुलाई की तुलना में इसमें 13.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
ईडी ने बृहस्पतिवार को बताया कि चीन की इंटरनेट आधारित एप तुरंत व्यक्तिगत कर्ज दे रही थी जिसमें विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून का उल्लंघन किया जा रहा था।
बयान में कहा गया है कि इससे पता चलता है कि अमेरिका और एशिया-प्रशांत क्षेत्र की तुलना में विनिर्माता भारत में रुचि दिखा रहे हैं।
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