चीन की अर्थव्यवस्था की रफ्तार 2019 की तीसरी तिमाही में करीब तीन दशक के निचले स्तर पर आ गयी।
देश की राजधानी दिल्ली में पहली बार तीन दिवसीय भारतीय अंतरराष्ट्रीय सहकारिता व्यापार मेला (आईआईसीटीएफ) 2019 का आयोजन किया जा रहा है।
ट्रंप ने कहा कि दोनों देश साल भर से अधिक समय से असफल बातचीत कर रहे हैं। हमारे पास बातचीत के लिए हैरान करने वाले व्यापार सौदे हैं।
सेफ के प्रवक्ता वांग छुनइंग ने बताया कि विदेशी मुद्रा भंडार विनिमय दर और संपत्ति की कीमतों में बदलाव आदि कई कारकों से प्रभावित होता है।
चीन को सैमसंग इलेक्ट्रानिक्स कॉरपोरेशन लिमिटेड ने बड़ा झटका देते हुए अपना कारोबार वहां से समेट लिया है। सैमसंग के इस फैसले से भारत को फायदा होना तय है क्यों कि सैमसंग समेत कई विदेशी कंपनियां अब भारत की ओर अपना रुख कर रही हैं।
जलवायु परिवर्तन और नदियों के अत्याधिक दोहन से निकट भविष्य में भारत और चीन जैसे एशियाई देशों को बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। एक अध्ययन के अनुसार, इसके चलते इन देशों के पास अपने बिजली संयंत्रों को ठंडा करने के लिए पर्याप्त पानी की कमी होगी।
स्टील सेक्टर में दुनियाभर में भारत का दबदबा कायम करने के उद्देश्य से मोदी सरकार स्टील क्षेत्र को प्रोत्साहन देने को लेकर प्रतिबद्ध दिख रही है। चीन दुनिया में स्टील का सबसे बड़ा उत्पादक है, जिसका क्रूड स्टील का उत्पादन 2018 में 92.83 करोड़ टन था, जबकि भारत इस सूची में 10.65 करोड़ टन उत्पादन के साथ दुनिया में दूसरे स्थान पर है।
रिलायंस जियो ने 5जी नेटवर्क समाधान विकसित करने के लिए चीन के दूरसंचार सेवाप्रदाताओं और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनियों के साथ हाथ मिलाया है। कंपनी ने बुधवार को जानकारी दी कि यह समाधान खुले मानकों और अंतरपरिचालन समर्थन पर आधारित होंगे।
चीन की योजना पाकिस्तान की विकास परियोजनाओं में एक अरब डॉलर का निवेश करने की है। पाकिस्तान में चीन के राजदूत याओ जिंग ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए कदम उठा रहे हैं।
अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध का भारतीय निर्यात पर कोई असर नहीं होगा। भारतीय निर्यात कुल वैश्विक व्यापार का दो प्रतिशत से भी कम है। मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमणियम ने सोमवार को यह बात कही।
एशियाई कारोबार में डॉलर के मुकाबले युआन 7.1487 पर आ गया। वर्ष 2008 की शुरूआत के बाद से चीनी मुद्रा का यह न्यूनतम स्तर है।
चीन ने शुक्रवार को कहा कि वह अमेरिका से आयात किए जाने वाले 75 अरब डॉलर के उत्पादों पर दस प्रतिशत का जवाबी शुल्क लगाएगा। ट्ंरप ने चीन से आयातित 300 अरब डॉलर की वस्तुओं पर नया शुल्क लगाने की धमकी दी थी।
खुदरा कारोबारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने रविवार को चीन के सामानों का बहिष्कार करने का आह्वान किया। संगठन ने चीन के सामानों पर 500 प्रतिशत तक सीमा शुल्क लगाने की सरकार से मांग भी की।
उन्होंने कहा कि ये दोनों देश डब्ल्यूटीओ से विकासशील देश का दर्जा हासिल कर लाभ उठा रहे हैं और अमेरिका को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
अमेरिका के साथ जारी व्यापार युद्ध के कारण चीन की अर्थव्यवस्था सुस्त हो रही है। यदि अमेरिका ने आगे शुल्क में और वृद्धि की तो चीन की आर्थिक वृद्धि दर में इसकी वजह से तेज गिरावट आ सकती है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने शुक्रवार को यह चेतावनी दी।
अमेरिका के साथ जारी व्यापार युद्ध के बाद भी जुलाई महीने में चीन के निर्यात में 3.30 प्रतिशत की तेजी देखी गयी। हालांकि इस दौरान चीन का आयात 5.60 प्रतिशत गिर गया। चीन ने गुरुवार को व्यापार के आधिकारिक आंकड़े जारी किये।
मंत्रालय ने बयान में कहा कि इस फैसले के बाद न्यूचिन अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से संपर्क करेंगे ताकि चीन की ओर से अनुचित प्रतिस्पर्धा को रोका जा सके। इससे
चीन स्मार्ट सिटी और सेफ सिटी के नाम पर निगरानी करने वाली प्रणालियां विभिन्न देशों को बेच रहा है। लोगों को इसके दुष्परिणाम के बारे में बताया जाना चाहिए।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आयातित वस्तुओं के ऊपर नए टैरिफ लगाने की घोषणा की, जो 1 सितंबर से प्रभावी होगा।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को बैंक आफ चाइना को देश में नियमित बैंक सेवाएं देने की अनुमति दे दी।
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