चीन में वायरस से संक्रमण के सिर्फ 19 नए मामले मिले
कोरोनावायरस की वजह से यूएस डॉलर इंडेक्स में थोड़ी वृद्धि और प्रमुख देशों के बांड मूल्य में इजाफा होने की वजह से चीन के मुद्रा भंडार में यह गिरावट आई है।
चीन अमेरिका व्यापार युद्ध के बाद से अब तक की सबसे बड़ी गिरावट
होली से संबंधित करीब 3500 करोड़ रुपये का सामान मांग के इंतजार में
प्रमुख वाहन विनिर्माता कंपनी मारुति सुजुकी, हुंदै और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर का कहना है कि चीन में कोरोनो वायरस के प्रकोप के चलते कलपुर्जों की आपूर्ति में व्यवधान से उनके उत्पादन कार्यक्रम पर तत्काल कोई असर नहीं पड़ा है।
कोरोनावायरस का असर बढ़ने पर दुनिया भर में मंदी आने की आशंका
भारत द्वारा चीन को चिकित्सा वस्तुओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के कोरोना वायरस परामर्श के अनुसार ऐहतियाती कदम उठाये गये हैं।
अमेरिका ने चीन को पीछे छोड़कर भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार होने का तमगा हासिल कर लिया है। इससे भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापार संबंधों का पता चलता है।
एक टीवी कंपनी के कार्यकारी ने कहा कि आपूर्ति और उत्पादन को अपनी सामान्य अवस्था में लौटने में कम से कम तीन महीने का समय लगेगा, जिसका असर कीमतों पर दिखाई देगा।
चीन से बाहर कोरोना वायरस के नए मामले सामने आने के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर अनिश्चिता का माहौल है। इस बीच शुक्रवार को एशियाई बाजारों में गिरावट रही।
कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते भारत से चीन को रूई और धागे का निर्यात ठप पड़ गया है और कपड़ा उद्योग में इस्तेमाल होने वाला रासायनिक पदार्थ व एसेसरीज आइटम का आयात नहीं हो रहा है, जिससे घरेलू कपड़ा उद्योग पर असर पड़ा है।
कोरोना वायरस से दुनिया भर की अर्थव्यवस्था में असर पड़ने की आशंका बनी
वैश्विक व्यवसायों पर प्रभाव की मात्रा इस बात पर निर्भर करेगी कि वायरस पर कितनी जल्दी नियंत्रण पा लिया जाता है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में चीन की भूमिका कई गुना बढ़ चुकी है।
पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने कागज से बने संक्रमित नोटों को नष्ट करने का आदेश दिया है। हालांकि, अभी तक यह बात साफ नहीं हो पाई है कि चीन का सेंट्रल बैंक कितनी राशि के नोटों को नष्ट करेगी।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में बीते सप्ताह तेजी लौटी, लेकिन चीन में कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण तेल की मांग नरम रहने से कीमतों में ज्यादा तेजी की उम्मीद नहीं दिख रही है।
चीन में कोरोना वायरस का प्रकोप गहराने से दुनियाभर के बाजारों में मंदी का माहौल है, जिससे कृषि उत्पाद बाजार भी प्रभावित हुआ है।
भारतीय दवा कंपनियों की निगाह चीन में कोरोना वायरस की वजह से सक्रिय औषधि अवयवों की आपूर्ति पर पड़ने वाले असर पर है।
चीन ने अमेरिका के 75 अरब डॉलर के सामानों पर लगे दंडात्मक शुल्क में 50 प्रतिशत कटौती करने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। यह कटौती आगामी 14 फरवरी से लागू होगी।
कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार ने भी बड़ा कदम उठाया है।
अगर डंपिंग की बात साबित होती है और यह पता चलता है कि इससे घरेलू कंपनियों को नुकसान हुआ है तो महानिदेशालय रसायन के आयात पर डंपिंग रोधी शुल्क लगाने की सिफारिश करेगा।
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