टास्क फोर्स के सदस्य के अनुसार, सर्दियों के आने के साथ शहर के विभिन्न हिस्सों में वायरस के हमलों के कारण पोल्ट्री फार्म में मुर्गों की मौत के कई मामले सामने आए हैं, जिससे शहर के खुदरा बाजारों में चिकन की आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हुई और कीमत बढ़ गई।
पोल्ट्री फार्म के कारोबारियों का कहना है कि समय-समय पर बर्ड फ्लू प्रकरण सहित कई अफवाहों से पोल्ट्री कारोबार को बहुत मुश्किल दौर से गुजरना पड़ता है।
पिछले साल के मुकाबले अगर तुलना करें तो पोल्ट्री फीड की लागत 40 फीसदी बढ़ी है। वहीं, दूसरी ओर भीषण गर्मी के चलते बड़ी संख्या में मुर्गी व चूजा मर रहे हैं।
भारत पेट्रोलियम की कोच्चि स्थित रिफाइनरी ने अप्रैल 2015 में अब्राहम के बायो डीजल को गुणवत्ता प्रमाणपत्र दिया और तब से कॉलेज में एक वाहन इसी ईंधन से चल रहा है।
दो दिनों में पोल्ट्री उत्पाद यानी चिकन और अंडे की मांग करीब 60 फीसदी गिर गई है इसके साथ ही कीमतों में भी गिरावट जारी है। साथ ही जिन क्षेत्रों से बर्ड फ्लू की कोई खबर नहीं मिली है वहां भी चिकन और अंडे की मांग में गिरावट देखने को मिली है।
पिछले एक माह में अंडे की थोक कीमत भी 10 प्रतिशत घटकर 450 रुपए प्रति सैकड़ा हो गई है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी ने बुधवार को कहा कि तमिलनाडु सरकार चेन्नई के बाहरी इलाकों में रह रहीं 38,500 महिलाओं को अंडे व मांस के व्यापार के लिए 50-50 देशी मुर्गियां मुफ्त में देगी।
जीएसटी (GST) में प्रस्तावित चार स्तरीय टैक्स रेट से आम आदमी की जेब पर भारी बोझ बढ़ने वाला है। खाद्य तेल, मसाले और चिकन पर अधिक टैक्स चुकाना पड़ सकता है।
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