क्रिसिल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि विनिर्माताओं ने रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से लागत में वृद्धि का बोझ ग्राहकों पर डालना शुरू कर दिया है।
भारत की बात की जाए तो जनवरी 2020 में यहां सीमेंट के 50 किलो के कट्टे का औसत दाम 349 रुपये था, जो कि जनवरी 2021 में बढ़कर 420- 430 रुपये तक पहुंच गया है।
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अप्रैल 2018 से फरवरी 2019 के दौरान घरेलू सीमेंट उत्पादन में लगभग 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो वृद्धि वित्त वर्ष 2018 में साल दर साल के आधार पर छह प्रतिशत थी।
सीमेंट कंपनियों के मुताबिक महंगी परिवहन लागत के असर को कम करने के लिए अगले छह महीने में सीमेंट के दाम 10 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं।
सीमेंट के खुदरा दाम चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 12 रुपए प्रति बैग बढ़े हैं। सीमेंट कंपनियों को पेट कोक कीमतों में आई तेजी का बोझ उठाना पड़ रहा है।
क्रेडाई ने आरोप लगाया है कि सीमेंट बनाने वाली कंपनियों ने पिछले दो महीनों में देशभर में कृत्रिम तरीके से कीमतों में 40 फीसदी तक की वृद्धि की हैं।
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