आयकर विभाग ने अपने अधिकारियों से कहा है कि वे यह सुनिश्चित करें कि किसी भी शिकायत का निपटान 30 दिन के अंदर कर दिया जाए।
आप यह सुनकर अचरज में पड़ जाएंगे कि आयकर विभाग में अधिकारी व कर्मचारियों की संख्या कितनी है इसका ब्यौरा विभाग के पास ही नहीं है।
नोटबंदी के बाद हुए गलत डिपॉजिट पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बड़ा कदम उठाया है। कुछ दिनों में गलत या शंका वाले ट्रांजेक्शन पर 3000 लोगों को नोटिस भेजा है।
इनकम टैक्स ने ऐसे 67.54 लाख लोगों की पहचान की है, जिन्होंने 2014-15 में ऊंचे मूल्य के लेन-देन तो किए लेकिन अपना इनकम टैक्स रिटर्न फाइल नहीं किया।
CBDT ने नोटबंदी के बाद टैक्सपेयर्स को अपने ITR (इनकम टैक्स रिटर्न) फॉर्म में संशोधन विकल्प का गलत इस्तेमाल करने के प्रति आगाह किया है।
नोटबंदी के सभी लोगों के बैंक के सेविंग अकाउंट में काफी कैश डिपॉजिट हुआ है। ऐसे में आप अपनी डिपॉजिट रकम को एसेट में लगाकर अच्छे रिटर्न हासिल कर सकते है।
RBI ने छोटे मूल्य के ऑनलाइन लेन-देन के लिए नियमों में ढील दी है। अब ग्राहकों को दुकानों पर 2000 रुपए तक के ई-पेमेंट पर हर बार कार्ड ब्योरा नहीं देना होगा।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने नोटबंदी (500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बंद ) के बाद जानकारी में आए गंभीर अनियमितता वाले मामलों को CBI और ED के हवाले कर दिया है।
नोटबंदी के बाद आयकर विभाग ने 130 करोड़ रुपए की नकदी और आभूषण जब्त किए हैं। इसके अलावा आयकरदाताओं ने करीब 2,000 करोड़ रपये के बेहिसाबी धन का खुलासा किया है।
CBDT ने आयकर सेवा केंद्रों में चेक जमा करने की मशीनें लगाने का फैसला किया है। विभाग को करदाताओं के अधिक अनुकूल बनाने के लिए CBDT ने यह कदम उठाया है।
पिछले तीन साल के दौरान 76 लाख से अधिक नए लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करनी शुरू की है। व्यक्तिगत रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या 3.65 करोड़ हो गई।
पनामा दस्तावेज लीक में कथित तौर पर विदेशों में बैंक खाते रखने वाले जिनके नाम सामने आए थे उनसे संबंधित पांच जांच रिपोर्ट एसआईटी के समक्ष पेश की जा चुकी हैं।
नौकरीपेशा लोगों को CBDT एक नई सुविधा उपलब्ध दी है। उनकी सैलरी से एंप्लॉयर ने कितनी TDS काटी है, इसकी जानकारी अब SMS से उन्हें हर तिमाही मिलेगी।
वरिष्ठ भारतीय राजस्व सेवा अधिकारी सुशील चंद्रा को आज CBDT का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। वह रानी सिंह नायर की जगह लेंगे,
देश के भीतर रखे कालेधन को बाहर निकालने के लिए शुरू की गई आय घोषणा योजना (IDS) के तहत सरकार को 30,000 करोड़ रुपए का टैक्स मिलने की उम्मीद है।
सीबीडीटी ने 30 सितंबर को IDS काउंटर मध्यरात्रि तक खोलने को कहा है, जिससे घरेलू आय घोषणा योजना के तहत लोगों को बेहिसाबी धन की घोषणा करने की सुविधा रहे।
सीबीडीटी उन ईमानदार और नियमों का अनुपालन करने वाले लाखों करदाताओं को जल्दी ही सम्मानित करेगा, जो वर्षों से सजग रहकर आयकर का भुगतान करते आ रहे हैं।
सीबीडीटी ने आदेश में कहा कि आईडीएस, 2016 के तहत अपनी घरेलू अघोषित संपत्ति की घोषणा करने की अंतिम तारीख 30 सितंबर है। उस दिन मध्यरात्रि तक ऑफिस खुले रहेंगे।
अप्रैल-अगस्त के दौरान टैक्स रिफंड 77,080 करोड़ रुपए रहा है, जो कि पिछले साल की इसी अवधि में जारी रिफंड राशि के मुकाबले 22.18 फीसदी अधिक है।
तीन लाख रुपए से अधिक के नकद लेन-देन पर प्रतिबंध लगाने की एसआईटी की सिफारिश पर सरकार गौर कर रही है। इससे काले धन पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।
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