अगर पैसा बचाने के लिए आप भी अपनी कार घर पर धोना ही उचित समझते हैं तो पहले ये चार बातें जरूर जान लीजिए। ये टिप्स अपनाने के बाद कार को धोने से उसका रंग कभी नहीं उड़ेगा।
इन दिनों लोग इलेक्ट्रिक कार के तरफ आकर्षित हो रहे हैं, लेकिन बिनाजांच पड़ताल के इलेक्ट्रिक गाड़ी खरीदना नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए इलेक्ट्रिक गाड़ी खरीदने से पहले कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए। आइए जानते हैं उनके बारे में विस्तार से।
हर कार मालिक अपनी कार का ध्यान रखता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कार का ध्यान रखने के साथ साथ कार के टायर का भी ध्यान रखना जरूरी है। उसे भी मेंटेनेंस की जरूरत पड़ती है। कब और क्यों टायर को मेंटेन कराना चाहिए आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
अगर आपके पास भी ऐसी कोई पुरानी कार है जिसमें रिमोट फीचर नहीं है, तो परेशान होने वाली कोई बात नहीं क्योंकि इन पुरानी गाड़ियों में भी आराम से रिमोट कंट्रोल लगाया जा सकता है। अगर आपके पास भी ऐसी कोई पुरानी कार है जिसमें रिमोट फीचर नहीं है, तो परेशान नहीं हों। यहां है इससे जुड़ी पूरी जानकारी।
Tata Nexon EV Vs Hyundai Kona EV: टाटा नेक्सोन और हुंडई कोना देखने में तो एक ही तरह की एसयूवी लगती हैं, लेकिन दोनों में बहुत अंतर है। टाटा नेक्सोन मैक्स 143bhp पावर जनरेट करती है वहीं हुंडई कोना का दावा है कि उनकी गाड़ी में 100kmph की स्पीड पकड़ लेती है।
डीजल-पेट्रोल की महंगी कीमतों के कारण सीएनजी कारों को ज्यादा पसंद किया जाता है। इसे न केवल चलाने में कम खर्चा आता है, बल्कि इसकी मेंटनेंस भी सस्ती होती है। लेकिन अगर आप एक सीएनजी कार के मालिक हैं तो आपको कुछ विशेष गलतियां करने से बचना चाहिए।
अगर आप भी कार खरीदने के बारे में सोच रहे हैं लेकिन आपका बजट कम है तो आज हम आपको बताएंगे उन गाड़ियों के बारे में जिनकी कीमत 10 लाख रुपये से कम है। आइए जानते हैं उन गाड़ियों के बारे में।
बेंटले कंपनी को लग्जरी कार बनाने के लिये भारत में जाना जाता है, जहां हाल में ही भारत में कंपनी ने अपनी दमदार कार Bentayga EWB लॉन्च की है, जिसके फीचर्स कमाल के हैं, वहीं इसके फीचर्स इतने उम्दा है कि वह आपको प्राइवेट जेट में भी देखने को न मिलेंगे।
टाटा मोटर्स भारतीय कार बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करती जा रही है, जहां टाटा मोटर्स ने सन 2022 के अंत में कार निर्माता कंपनी हुंडई को पीछे छोड़कर कार बेचने के मामले में पहला स्थान हासिल कर लिया है। वहीं अब टाटा मोटर्स दमदारी के साथ भारतीय कार बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराये हुये है।
गाड़ी में वैसे तो सारे फंक्शन इंपोर्टेंट हैं लेकिन ब्रेक का सही होना सबसे अधिक जरूरी है। अगर ब्रेक में किसी तरह की समस्या होती है तो इससे न केवल एक्सीडेंट बल्कि जान भी जा सकती है। इसलिए कार और बाइक में ब्रेक का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं विस्तार से।
समय के साथ-साथ लोग अपनी कार की कम माइलेज से परेशान होने लगते हैं। माइलेज कम होने की वजह से लोगों को डीजल-पेट्रोल पर ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता है। क्या आप जानते हैं कि पांच आसान तरीकों से आप अपनी कार की माइलेज को 10 प्रतिशत तक बढ़ा सकते हैं।
पेट्रोल पम्प के शातिक कर्मचारी बड़ी चालाकी से ग्राहकों को चूना लगाते हैं। तेल भरवाने आए ग्राहकों को पता ही नहीं चल पाता कि कब किसी ने उनकी जेब काट ली। डीजल-पेट्रोल भरवाने आए कर्मचारियों को 5 बातें हमेशा ध्यान रखनी चाहिए।
अगर आप घर पर फ्यूल प्रेशर टेस्ट करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक आसान तरीका बतलाएंगे जिससे आप आसानी से फ्यूल प्रेशर टेस्ट कर सकते हैं। फ्यूल पंप के परफॉर्मेंस की हमेशा जांच होनी चाहिए। इससे आप महंगे खर्च और अन्य समस्या से बच सकते हैं।
जो लोग इलेक्ट्रिक कार खरीदते हैं उन्हें इस बात की टेंशन होती है कि कहीं ईवी बैटरी पैक खराब न हो जाए। आपको बता दें कि ऑटो कंपनियां आपकी कार के बैटरी पैक पर लगभग 8 साल तक की वारंटी देती है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
नॉर्मल पेट्रोल से पावर पेट्रोल अलग और महंगा होता है। महंगा इसलिए होता है क्योंकि उसकी क्वालिटी नॉर्मल पेट्रोल से अच्छी होती है। नॉर्मल पेट्रोल के मुकाबले पावर पेट्रोल हमारे पर्यावरण के लिए लाभदायक होता है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
सीएनजी न केवल पर्यावरण और आपकी कार के लिए अच्छा है बल्कि सुरक्षा के नजरिए से भी एक बेहतरीन फ्यूल है। आज हम आपको बताएंगे कि कीमत और सुरक्षा के लिहाज से ये कितना बढ़िया है और इंजन के लिए कितना अच्छा है।
ECU कार की बैटरी से सीधा कनेक्टेड होता है यही कारण है कि इसमें सेंसर्स का इस्तेमाल किया जाता है। सर्विस करवाते समय कई लोग इंजन ऑयल और दूसरे कंपोनेंट्स पर ध्यान देते हैं, लेकिन ECU चेक करना भूल जाते हैं। इसका इस्तेमाल माइलेज बढ़ाने के साथ साथ प्रदुषण को कम करना भी होता है।
कारों में तिरछी विंडस्क्रीन होती है वहीं बसों में ऐसा नहीं है। वहां सपाट विंडस्क्रीन होती है। कार में तिरछी विंडस्क्रीन होने के कई फायदे हैं। इससे हवा को आसानी से पास किया जा सकता है। साथ ही इससे कार के स्पीड में रुकावट नहीं होती है।
टायर्स की हालत बुरी हो तो गाड़ी की परफॉर्मेंस और माइलेज ऑटोमेटिकली खराब हो जाती है। आज हम आपको तीन ऐसी ट्रिक बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से आपकी गाड़ी के टायर्स हमेशा नए जैसे चमकते रहेंगे।
डेलॉइट द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार महंगाई के बावजूद भारतीय उपभोक्ता अपना अगला वाहन महंगा खरीदने के लिये अधिक कीमत चुकाने को इच्छुक हैं।
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