कार खरीदते समय आपको कम से कम 20 फीसदी या इससे अधिक रकम डाउन पेमेंट के रूप में देनी चाहिए। अगर आप ऐसा कर सकते हैं, तो नियम की पहली जरूरत पूरी हो जाती है।
केनरा बैंक ने बताया कि 1 महीने, 3 महीने और 6 महीने की मैच्यॉरिटी पीरियड के लिए ब्याज दरें 8.40-8.85 प्रतिशत के दायरे में होंगी। एक दिन के कर्ज के लिए एमसीएलआर को 8.25 से बढ़ाकर 8.30 प्रतिशत कर दिया गया है।
सरकारी बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि दूसरी तिमाही में कुल जमा राशि 11.41 प्रतिशत बढ़कर 14.59 लाख करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी (जुलाई-सितंबर) तिमाही के अंत में ये 13.09 लाख करोड़ रुपये थी।
आपकी कुल ट्रांसपोर्टेशन लागत (कार की EMI सहित) आपकी मंथली सैलरी के 10 फीसदी से कम होनी चाहिए। ट्रांसपोर्टेशन लागत में ईएमआई के अलावा फ्यूल और मेंटेनेंस का खर्चा भी शामिल होता है।
सर्वे के अनुसार, “5 में से 3 लोग (63 प्रतिशत) मानते हैं कि लोन के लिए आवेदनों में अपनी आय को बढ़ा-चढ़ाकर बताना ठीक या सामान्य बात है, जो वैश्विक औसत 39 प्रतिशत से काफी ज्यादा है।”
किसी भी बैंक से कार लोन लेने से पहले ब्याज दर, प्रोससिंग फीस, प्री पेमेंट चार्ज समेत तमाम टर्म एंड कंडिशन की अच्छी तरह समझ लें। ऐसा कर आप बाद की परेशानी से बच जाएंगे।
पंजाब नेशनल बैंक 8.75 से 10.60 प्रतिशत तक की ब्याज दरों पर कार लोन दे रहा है। पीएनबी कार लोन के लिए प्रोसेसिंग फीस के तौर पर 1000 रुपये से 15,000 रुपये तक ले रहा है। पीएनबी से कार लोन लेने पर आपको हर महीने 10,319 से 10,772 रुपये तक की ईएमआई चुकानी होगी।
जुलाई में खुदरा महंगाई 59 महीने के निचले स्तर 3.54 प्रतिशत पर आ गई। खाद्य महंगाई में भारी गिरावट हुई है।
बैंक ने चुनिंदा अवधियों पर अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड-बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में 10 बेसिस पॉइंट्स (बीपीएस) तक की बढ़ोतरी की है।
What is 20 4 10 rule : जितना ज्यादा हो सके उतना डाउन पेमेंट करें। अपग्रेडेड मॉडल लेने के बजाय आप कार का बेस मॉडल खरीद सकते हैं, क्योंकि यह आपको सस्ता पड़ेगा।
गोयल ने कहा कि खुदरा, कृषि और एमएसएमई (आरएएम) बैंक के लिए ध्यान देने वाले क्षेत्र होंगे, लेकिन अच्छे कॉरपोरेट कर्ज के वित्तपोषण से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ कुल ऋण में आरएएम की हिस्सेदारी करीब 55 प्रतिशत है।
अक्षय तृतीया के अवसर पर बड़ी संख्या में लोग कार खरीदते हैं। इस आर्टिकल में हम बैंकों द्वारा कार लोन पर ऑफर की जाने वाली ब्याज दरों के बारे में बताने जा रहे हैं।
मार्च में ओवरऑल महंगाई घटकर 4.85 प्रतिशत पर आ गई जबकि कोर मुद्रास्फीति घटकर 3.3 प्रतिशत पर रही।
कार खरीदते समय आपको कम से कम 20 फीसदी या इससे अधिक का डाउन पेमेंट करना चाहिए। साथ ही ग्राहकों को 4 साल या इससे कम अवधि के लिए कार लोन लेना चाहिए।
रेपो रेट पर निर्णय करने वाली भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की द्विमासिक समीक्षा बैठक बुधवार को शुरू हुई थी। तीन दिन तक चले इस बैठक के बाद आज केंद्रीय बैंक रेपो रेट पर अपना फैसला सुनाएगी।
लंबे समय से लोन की ईएमआई कम होने का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। फाइनली लोन की ईएमआई कब कम होगी, इस बात की जानकारी मिल गई है। दुनियाभर समेत भारत में महंगाई कम होने से लोन सस्ता होने की उम्मीद बढ़ गई है।
अगर आरबीआई आगामी एमपीसी बैठकों में रेपो रेट नहीं घटाता है, तो ऑटो लोन महंगा होने की आशंका है। रेपो रेट में अब तक हुई 2.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी में से 1.3 प्रतिशत रिटेल ऑटो लोन में आया है। यदि इस साल नीतिगत दर में कटौती नहीं होती है, तो ऑटो लोन 1.2 प्रतिशत और महंगा हो सकता है।
इस समय लगभग सभी बड़ी कार कंपनियों ने ईयर एंड ऑफर्स निकाले हुए हैं। इनमें डिस्काउंट और एक्सचेंज ऑफर्स शामिल हैं। ज्यादातर लोग कार खरीदने के लिए लोन लेते हैं। कार लोन में 20/4/10 का नियम बड़ा मददगार है। यह आपको बताता है कि आपको कैसा कार लोन लेना चाहिए।
Car Loan 8.60 प्रतिशत की ब्याज दर से शुरू है। कम से कम ब्याज दर पर लोन लेने के लिए आपका क्रेडिट स्कोर 750 से अधिक होना चाहिए।
SBI vs BoB vs PNB: अगर आप लोन पर गाड़ी लेने का प्लान बना रहे हैं तो यहां जानें कि बड़े सरकारी बैंकों में से किसमें सबसे सस्ता कार लोन मिल रहा है।
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