आरबीआई ने कहा कि जून तिमाही में शुद्ध सेवा प्राप्तियां (Net services receipts) एक साल पहले के 35.1 अरब डॉलर से बढ़कर 39.7 अरब डॉलर हो गईं। इसके साथ ही कंप्यूटर सर्विसेज, बिजनेस सर्विसेज, ट्रैवल सर्विसेज और ट्रांसपोर्ट सर्विसेज में बढ़ोतरी देखी गई है।
भारत के चाले खाता घाटे में अक्टूबर- दिसंबर तिमाही में गिरावट देखने को मिली है। यह जीडीपी का 1.2 प्रतिशत रहा है, जबकि यह पिछली तिमाही में 1.3 प्रतिशत था।
रेटिंग एजेंसी इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि औसतन वस्तु व्यापार घाटा 2023-24 की पहली तिमाही के मुकाबले जुलाई-अगस्त के दौरान अधिक रहा है। इसके साथ कच्चे तेल के दाम में तेजी से कैड चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में तिमाही आधार पर बढ़कर 19-21 अरब डॉलर या जीडीपी का 2.3 प्रतिशत रह सकता है।
वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का शुद्ध लाभ 251.96 करोड़ रुपये और आय 7,167.88 करोड़ रुपये रही थी।
बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के मुताबिक कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के असर से चालू वित्त वर्ष में घाटा 40 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच सकता है।
भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक है, जो मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करता है।
कैड के आंकड़े उस दिन आए हैं जब डॉलर के मुकाबले रुपया 74.24 पर बंद हुआ। यह पिछले 17 महीने में रुपए का सबसे निचला स्तर है।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर के दौरान जेम्स एंड ज्वेलरी का निर्यात लगभग 1.5 प्रतिशत घटकर 20.5 अरब डॉलर रहा है।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर 2019) के दौरान चालू खाते का घाटा (कैड) कम होकर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 0.9 फीसदी रह गया। एक साल पहले इसी अवधि में यह जीडीपी के मुकाबले 2.9 फीसदी पर था।
भारत के पसंदीदा चॉकलेट ब्रांड कैडबरी डेयरी मिल्क ने इस साल फ्रेंडशिप डे के मौके पर साइबर-बुलिंग के खिलाफ #HeartTheHate कैंपेन शुरू करने की घोषणा की।
केंद्रीय बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2018-19 में मार्च तिमाही में घाटा कम होकर जीडीपी का 0.7 प्रतिशत यानी 4.6 अरब डॉलर रहने के बावजूद पूरे वित्त वर्ष का घाटा बढ़ा।
सुरक्षित निवेश के रूप में लिवाली से सोना और चांदी का प्रदर्शन बेहतर रहने का अनुमान है।
कच्चे तेल की कीमतों में अचानक तेजी आने से देश की वृहद आर्थिक स्थिरता प्रभावित हो सकती है।
वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में देश का चालू खाता घाटा (सीएडी) बढ़कर 19.1 अरब डॉलर हो गया, जो कि इसकी पिछली तिमाही में 15.9 अरब डॉलर था
देश का सोना आयात चालू वित्त वर्ष 2018-19 की पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर) में लगभग 4 प्रतिशत बढ़कर 17.63 अरब डॉलर हो गया,
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि चालू खाते के घाटे (सीएडी) को सीमित करने और विदेशी मुद्रा की आवक को बढ़ाने के लिए सरकार कुछ और कदमों को उठाने की तैयारी कर रही है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने सितंबर माह में भारतीय पूंजी बाजारों से 21,000 करोड़ रुपए (तीन अरब डॉलर) की निकासी की है।
26 सितंबर की मध्यरात्रि से एसी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन सहित कुल 19 चीजों पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने की घोषणा की है। 27 सितंबर से ये सभी चीजें महंगी हो गई हैं
सरकार चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 3.3% के बजटीय लक्ष्य में रखने को प्रतिबद्ध है।
देश का चालू खाता घाटा (CAD) चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 2.8 प्रतिशत पर रहेगा। एसबीआई की शोध रिपोर्ट इकोरैप में यह अनुमान लगाया गया है।
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