एयर इंडिया ने केबिन क्रू सदस्यों के लिए संशोधित नीति पेश की है, जो 1 दिसंबर से प्रभावी होगी। ऑल इंडिया केबिन क्रू एसोसिएशन ने कमरा शेयर करने की जरूरत का विरोध किया है, इसे अवैध, कानून के मुताबिक, गलत और कई मोर्चों पर शुरू से ही अमान्य करार दिया है।
डीजीसीए के नए फरमान के बाद अब पायलट और क्रू मेंबर्स के लिए माउथवॉश और टूथ जेल या ऐसे किसी भी पदार्थ का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं जिसमें अल्कोहल की मात्रा हो।
पायलट और केबिन क्रू का ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट एयरलाइन के डॉक्टर करते हैं। अगर टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उन्हें 24 घंटों के भीतर डीजीसीए को सौंप दिया जाता है।
डीजीसीए की पायलटों के लिए नौकरी छोड़ने के लिए अनिवार्य नोटिस अवधि छह महीने से बढ़ाकर एक साल करने की योजना है। कंपनियां लंबे समय से इसकी मांग कर रही हैं।
राष्ट्रीय एयरलाइंस एयर इंडिया ने अपने अधिकारियों के देश में यात्रा के दौरान लग्जरी कैब के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इसके अलावा सिर्फ क्रू होटलों में ठहरें।
एयरइंडिया अगले दो से तीन साल में 500 पायलट और चालक दल के लिए 1,500 से अधिक लोगों की नियुक्ति करेगी। बेड़े में बड़े विस्तार होने की उम्मीद है।
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