जब आप सोने की जूलरी खरीद रहे हों तो यह जरूर जान लें कि उस आभूषण के साथ मेकिंग चार्ज कितना लिया जा रहा है। मेकिंग चार्ज अनिवार्य रूप से जूलरी बनाने में लगने वाला श्रम शुल्क होता है।
टैक्स कटौती पुरुषों और महिलाओं के लिए समान है, लेकिन ज्वाइंट ओनरशिप अलग-अलग टैक्स कटौती का दावा करने की परमिशन देता है। भारत में महिलाओं को आसानी से संपत्ति खरीदने में मदद करने के लिए सरकारी की भी स्कीम है।
आपने जो नया घर लिया है, उसका पता अब बदल गया है। यह आपके नाम के साथ होना जरूरी है। साथ ही नए घर में आपको बिजली, पानी और गैस जैसी इस्तेमाल करने वाली चीजों को अपने नाम पर ट्रांसफर करना भी जरूरी है।
मेट्रो सिटी के आसपास बड़ी-बड़ी इंडस्ट्री होती है, जिसमें हजारों लोग काम करने आते हैं। ये प्रॉपर्टी की मांग हमेशा बढ़ाने का काम करते हैं।
सोने की बिक्री से जुड़े नियमों में सरकार की ओर से महत्वपूर्ण बदलाव किये गये हैं, जिसे 1 अप्रैल, 2023 से लागू किया जाएगा। आइये जानते हैं इसके बारे में
एप्पल की इस नई सर्विस की मदद से यूजर बिना पैसे दिए ऐपल के आईफोन या फिर आईपैड जैसे डिवाइस खरीद सकते हैं। यह स्कीम ऐसे ग्राहकों के लिए है, जिनकी मंथली इनकम कम है।
घर खरीदें या किराए पर लें इन दोनों के बीच अधिकतर लोग कंफ्यूज हो जाते हैं। घर खरीदने के कई फायदे हैं। घर खरीदने के नुकसान भी कम नहीं है। संपत्ति की कीमत और ब्याज दर लगातार बढ़ती ही जा रही है। घर खरीदें या किराए पर लें इसे तय करने से पहले दोनों के फायदे और नुकसान को ना करें नजरअंदाज।
Buy Now Pay Later यानी BNPL के अंतर्गत बिना भुगतान किए तुरंत खरीदारी करने की सुविधा मिलती है। यह स्कीम देखने में तो काफी अच्छी लगती है। लेकिन इसका इस्तेमाल करने से पहले इसके बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करें।
Buy Now, Pay Later सर्विस की मदद से आप अपने मनपसंद प्रोडक्ट्स को बिना किसी देरी के खरीद लेते हैं, जिसे अगले महीने जमा करना होता है। अब कुछ कंपनियां Save Now, Buy Later की सर्विस दे रही हैं। आइए इसके बारे में समझते हैं।
खरीदारी के बाद 'अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें' सेवा प्रदाता ग्राहक की ओर से व्यापारी को भुगतान करता है।
आर्थिक क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि घर खरीदने के लिए किसी एक उम्र सीमा को सबसे बेहतर बताना संभव नहीं है। यह किसी भी व्यक्ति के वित्तीय हालात पर निर्भर करता है।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि इस सवाल का जवाब छोटी और लंबी अवधि के निवेशकों के लिए अलग—अगल हैं। अगर कोई निवेशक छोटी अवधि के लिए निवेश कर रहा है तो उसे जरूर इस बायबैक ऑफर का फायदा लेना चाहिए।
कंपनी ने बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसका राजस्व 13.1 प्रतिशत बढ़कर 26,311 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले समान तिमाही में 23,267 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने एक अक्टूबर 2020 से अपने कर्मचारियों को प्रदर्शन आधारित वेतन वृद्धि देने की भी घोषणा की है। इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण कंपनी ने अप्रैल में होने वाली नियमित वेतन वृद्धि को टाल दिया था।
बाय-बैक के बाद दोबारा पूंजी जुटाने पर रोक की समय सीमा 1 साल से घटकर 6 माह हुई
आवाजाही की अनुमति देने के लिए सरकार के हस्तक्षेप के बाद स्थिति में सुधार हुआ है।
देश के सात प्रमुख शहरों में दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के दौरान मकानों की बिक्री 18 प्रतिशत गिरकर 55,080 इकाई रही।रीयल एस्टेट से जुड़ी सेवाएं देने वाली फर्म एनारॉक ने एक रिपोर्ट में कहा है कि खरीदार मकान में निवेश करने को लेकर सतर्कता बरत रहे हैं।
देश में आज यानी 1 अगस्त 2019 से वित्तीय नियमों को लेकर कई अहम बदलाव होने जा रहे हैं। इन बदलावों का असर सीधे आम आदमी की जेब पर पड़ने वाला है।
प्रवर्तन निदेशालय ने आम्रपाली समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी, सचिव और अन्य लोगों को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में शुक्रवार को पूछताछ के लिए लखनऊ तलब किया है।
उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन ने नोएडा में व्यावसायिक भूखंडों की सर्किल दर में 21.5 प्रतिशत कटौती करने और जिले में आवासीय परियोजनाओं पर छः प्रतिशत अधिभार समाप्त करने का प्रस्ताव दिया है।
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