वर्तमान समय में एक कारोबारी पहचान हासिल करने के लिये कई तरह के कागजों की जरुरत पड़ती है, जहां एक व्यापारी की पहचान राज्य स्तर से लेकर केंद्र स्तर तक अलग अलग हो जाती है। बता दें कि एक कारोबारी को आज के समय में करदाता पहचान संख्या, कारपोरेट पहचान संख्या, कर कटौती पहचान संख्या आदि को हासिल करना पड़ता है।
पेटीएम ने कहा है कि उसके साथ पंजीकृत व्यापारी अब बिना किसी शुल्क के सीधे अपने बैंक खाते में असीमित भुगतान स्वीकार कर सकते हैं।
2017 की द संडे टाइम्स रिच लिस्ट में भारतीय मूल के हिंदुजा ब्रदर्स 1.34 लाख करोड़ रुपए की दौलत के साथ नंबर वन पर काबिज हुए हैं।
बाबा रामदेव नहीं बल्कि कई गुरू करोड़ों रुपए का बिजनेस चलाते हैं। इनमें राम रहीम, माता अमृतानंदमयी और श्री श्री रवि शंकर जैसे कई आध्यात्मिक गुरु शामिल हैं
देश में 92 फीसदी कारोबारी नेतृत्व का मानना है कि कारोबार की वृद्धि के लिए प्रत्येक संगठन को 'डिजिटल संगठन' के तौर पर सक्षम बनाने की जरूरत है।
लेटेस्ट न्यूज़