कोरोना महामारी के बाद घरों की रिकॉर्ड बिक्री का सिलसिला जारी है। इसके चलते पुराने सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं। त्योहारी सीजन में बिक्री और बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में नया रिकॉर्ड बन सकता है।
वर्ल्ड फाइनेंशियल प्लानिंग डे के अवसर पर हम आपको बता रहें कि फाइनेंशियल प्लानिंग में किन गलतियों से बचना चाहिए। अगर आप सही तरीके से अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग करेंगे तो आसानी से वित्तीय लक्ष्य को हासिल कर लेंगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब इन तीनों शीर्ष अधिकारियों ने ट्विटर छोड़ा तो उनके पास करीब 90-100 मिलियन डॉलर का एग्जिट पैकेज था। पराग अग्रवाल को लगभग 40 मिलियन डॉलर का सबसे बड़ा भुगतान मिला, जिसका मुख्य कारण ट्विटर में उनके शेयर थे, जो नौकरी से निकाले जाने के बाद मिलने थे।
रूस और यूक्रेन के बाद दुनिया में मंदी का छाया है। कई देशों में महंगाई चरम पर है। इसके चलते कंपनियों की कमाई प्रभावित हुई है। देशभर की करीब 6,500 कंपनियों की रेटिंग करने वाली क्रिसिल रेटिंग्स ने यह अनुमान कंपनियों के कर्ज अनुपात यानी उनकी रेटिंग में सुधार (अपग्रेड) एवं गिरावट (डाउनग्रेड) को ध्यान में रखते हुए लगाया है।
बीएसई सेंसेक्स 316.31 अंक टूटकर 65,512.10 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 116.15 अंक लुढ़ककर 19,522.15 अंक पर बंद हुआ। ग्लोबल मार्केट में बड़ी गिरावट का असर आज भारतीय बाजार पर देखने को मिला। साथ ही विदेशी निवेशकों की बिकवाली का भी असर रहा। इसके चलते बाजार में गिरावट बढ़ी।
वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। अगले कुछ साल इस वृद्धि दर को आसानी से बनाए रख सकते हैं।'' भारत की जीडीपी वृदि दर 2022-23 में 7.2 फीसदी रही थी, जो 2021-22 के 9.1 फीसदी से कम है। हालांकि, कच्चे तेल में उछाल से भारत का चालू खाता घाटा बढ़ा है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 1
त्योहारी सीजन में फ्रेशर्स के लिए सुनहरा मौका निकलने वाला है। त्योहरों के दौरान बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए कंपनियां तेजी से भर्ती कर रही हैं। इसके चलते बेरोजगारी दर एक साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। त्योहारों के दौरान बेरोजगारी दर में और कमी आने की उम्मीद है।
वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख और विदेशी निवेशकों की निकासी से भारतीय बाजार में गिरावट बढ़ी है। एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की नुकसान में रहने से भी दबाब बढ़ा है। दुनिया में आर्थिक सुस्ती से भी निवेशकों का भरोसा कमजोर हुआ है।
जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर ने एंकर निवेशकों से 1,260 करोड़ रुपये जुटाए थे। आईपीओ से जुटाई जाने वाली राशि का इस्तेमाल कर्जों के भुगतान, नई परियोजनाओं की स्थापना एवं विस्तार के अलावा सामान्य कंपनी कामकाज के लिए किया जाएगा।
कंपनी ने सोमवार को बयान में कहा, ‘‘खारघर विक्रोली ट्रांसमिशन लिमिटेड (केवीटीएल) चालू हो गई है। यह मुंबई में अतिरिक्त बिजली लाने के साथ शहर की बढ़ती बिजली मांग को पूरा करने में सक्षम होगी।’’ केवीटीएल, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लि. की विशेष उद्देश्यीय इकाई है।
आरबीआई रुपये को सहारा देने के लिए बाजार में डॉलर जारी कर रहा है, लेकिन इससे भारतीय मुद्रा की गिरावट को रोका नहीं जा सका है। इससे सितंबर में देश के विदेशी मुद्रा भंडार में भी गिरावट आई है। देश अपनी कच्चे तेल की आवश्यकता का लगभग 85 प्रतिशत आयात करता है।
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि सितंबर, 2023 में जीएसटी संग्रह पिछले साल के इसी महीने के 1.47 लाख करोड़ रुपये से 10 प्रतिशत अधिक रहा। बयान में कहा गया, ‘‘समीक्षाधीन महीने के दौरान घरेलू लेनदेन (सेवाओं के आयात सहित) से राजस्व सालाना आधार पर 14 प्रतिशत अधिक रहा।
मेकमाईट्रिप के सह-संस्थापक और समूह मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राजेश मागो ने कहा, “भारतीय क्रिकेट टीम को जहां खेलना है, उन सभी शहरों में होटल और होमस्टे सहित आवास सुविधाओं की बुकिंग में अब उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है।”
इक्रा लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और समूह प्रमुख (वित्तीय क्षेत्र रेटिंग) कार्तिक श्रीनिवासन ने भी उम्मीद जताई कि एमपीसी नीतिगत दर को स्थिर रखेगी। उन्होंने कहा, ‘‘सितंबर के दूसरे पखवाड़े में नकदी में जो सख्ती देखी गई, वह जारी रहने की संभावना नहीं है।
इस्लामिक बैंक आम वाणिज्यिक बैंकों से कई प्रकार से अलग होते हैं जो मुख्य रूप से इस्लाम के सिद्धांतों के आधार पर ही किसी भी प्रकार की वित्तीय गतिविधि और कार्यों में शामिल होते हैं। ब्याज मुक्त ऋण – जिस प्रकार से इस्लाम में ब्याज को हराम माना गया है इस्लामिक बैंक भी इसका पालन करते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत लिथियम उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जाता है तो इससे इलेक्ट्रिक बैटरियां सस्ती होंगी और अंततः इलेक्ट्रिक कारों की कीमत भी कम हो सकेंगी। भारत सरकार ने 2030 तक ईवी को 30 फीसदी तक बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है। इस लक्ष्य को हासिल करने में लिथियम सबसे आवश्यक धातु है।
क्रेविंग अल्फा के प्रबंधक-स्मॉलकेस और प्रमुख भागीदार मयंक मेहरा ने कहा, ‘‘आगे चलकर भारतीय बाजारों में एफपीआई का प्रवाह अनिश्चित रहेगा। काफी हद तक यह भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन, रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा और कंपनियों के सितंबर तिमाही के नतीजों पर निर्भर करेगा।’’
करीब एक हजार लोग पहले ही ‘नोटिस पीरियड’ पर काम कर रहे हैं और अन्य एक हजार ने अपने प्रदर्शन सुधार मापदंडों को पूरा नहीं किया है। आकलन अब भी किया जा रहा है। इस पूरी कवायद से 3,000-3,500 कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं।
मजबूत अमेरिकी वृहद आर्थिक आंकड़ों के कारण जिंस बाजार में सोने में गिरावट आई। बेहतर आंकड़ों से यह संभावना जताई जा रही है कि फेडरल रिजर्व नीतिगत दर मामले में लंबे समय के लिए आक्रामक रुख अपना सकता है।
आपको बता दें कि पिछले साल नवंबर में जेपी मॉगर्न ने कहा था कि अगर भारत को वैश्विक बॉन्ड इंडेक्स में शामिल किया जाता है तो बीएसई सेंसेक्स दिसंबर 2023 तक 80,000 तक पहुंचने की उम्मीद है।
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