यह FPO बहुत ही सही समय पर आया है और हमारी 10 वर्षीय कैपिटल प्लानिंग का हिस्सा है जो कंपनी के Fully Funded और De-Risked Growth Plan के अनुरूप है।
देश के आम बजट के आने में कुछ ही दिन बाकी हैं, वहीं बजट आने के ठीक पहले हमारे जहन में कई तरह के सवाल आते हैं, जिनका निवारण जरूरी है। वहीं आज हम कैश बजट यानी नकद बजट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
देश और दुनिया में बढ़ते मंदी के संकट के बीच इस रिपोर्ट ने भारतीय कारोबारियों के भीतर एक खुशी की लहर दौड़ा दी है। बाजार में भरोसा मंदी के पूर्व स्तर पर चला गया है। आर्थिक शोध संस्थान नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लॉयड इकनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। पूरी रिपोर्ट यहां पढ़ें।
इस रिपोर्ट की खास बात यह है कि 27 प्रतिशत खरीदारों को यह पता ही नहीं होता है कि वे नकली उत्पाद खरीद रहे हैं। वहीं 31 प्रतिशत लोग जानबूझकर नकली उत्पादों को खरीदते हैं। ऐसे में ये जान लेते हैं कि किस सेक्टर में कितने जाली प्रोडक्ट का खेल होता है।
देश का आम बजट जल्द ही आम लोगों के बीच आने वाला है, वहीं इसको लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बता दें कि 1 फरवरी, 2023 को देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा इसे से संसद के बजट सत्र में पेश किया जायेगा।
भारत में बजट- 2023 आने में कुछ दिन ही शेष हैं, वहीं बजट पेश करने के दौरान कई तरह के बजट पेश किये जाते हैं, जहां बजट कई तरह के होते हैं, आज हम आपको उन्हीं के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
भारत सरकार की तैयारी डिफेंस सेक्टर को वर्ल्ड मैप में लाने की है, जहां इसके लिये पिछले बजट में भरपूर प्रयास किये गए थें। वहीं अब आगामी बजट-2023 से रक्षा क्षेत्र को काफी उम्मीदें हैं, साथ ही देश की सुरक्षा व्यवस्था चाक- चौबंद रखना बेहद जरूरी है।
केंद्रीय वित्तीय मंत्री निर्मला सीतारमन 1 फरवरी 2023 को अपना अंतिम आम बजट पेश करने वाली हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिहाज से यह बजट बहुत खास रहने वाला है।
बीते सालों में कोविड की वजह से सबसे ज्यादा शैक्षणिक जगत प्रभावित हुआ है, जहां स्कूल बंद होने से शिक्षक, छात्र, संस्थान आदि बुरी तरह प्रभावित हुये हैं। दूसरी ओर 1 फरवरी, 2023 को आगामी बजट प्रस्तुत किया जा रहा है, जहां शिक्षा जगत की उम्मीदें टिकी हुई हैं।
बजट- 2023 जल्द ही आने वाला है, वहीं कृषि क्षेत्र को इस बजट से बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं। बता दें कि पूर्ववत में सरकार ने किसानों की आमदनी दोगुना करने का लक्ष्य तय किया था, जिसको पूरा करने के लिये सरकार की ओर बेहतर कदम भी उठाये गये थे। इसके साथ ही बीते सालों की अपेक्षा सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिये आवंटन को भी बढ़ाया है,
कोरोना की महामारी के चलते देश के हेल्थ सिस्टम पर पड़े दबाव ने हेल्थकेयर इंडस्ट्री की कमजोरी को उजागर किया है। ऐसे में हेल्थकेयर सेक्टर के लिए साल 2023-24 का बजट बहुत खास माना जा रहा है।
2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट होने के कारण इस बार उम्मीद है कि सरकार नौकरीपेशा को बड़ी खुशखबरी देगी।
Budget 2023 में न्यू ऐज रोलिंग स्टॉक के अलावा 100 विस्टाडोम कोच बनाने का प्लान और प्रीमियर ट्रेनों के 1,000 कोचो का नवीनीकरण को भी प्रोग्राम में किया जा सकता है शामिल ।
सूचकांक में शीर्ष 10 में सबसे ज्यादा लोग भारतीय या भारतीय मूल से हैं। महिंद्रा समूह के प्रमुख आनंद महिंद्रा 23वें स्थान पर हैं। यहां पूरी लिस्ट पढ़ें।
पिछले दो दिनों में सेंसेक्स में करीब 1000 अंकों की तेजी आई थी। बाजार के जानकारों का कहना है कि बजट तक बाजार में उठा-पटक जारी रहने की आशंका है।
भारत में हजारों लोगों की नौकरी जा रही है। कई कंपनियां मंदी को देखते हुए छंटनी कर रही है। ऐसे में इस रिपोर्ट ने सरकार की पोल खोल दी है।
चैटजीपीटी ने लॉन्च के पांच दिन के बाद ही 1 मिलियन से अधिक यूजर्स तक अपनी पहुंच बना ली थी। इसको लेकर गूगल पहले ही रेड अलर्ट जारी कर चुका है। अब कोर्सेरा के सीईओ ने चेतावनी दी है। यहां जानिए इसके बारे में सबकुछ
वर्तमान समय में एक कारोबारी पहचान हासिल करने के लिये कई तरह के कागजों की जरुरत पड़ती है, जहां एक व्यापारी की पहचान राज्य स्तर से लेकर केंद्र स्तर तक अलग अलग हो जाती है। बता दें कि एक कारोबारी को आज के समय में करदाता पहचान संख्या, कारपोरेट पहचान संख्या, कर कटौती पहचान संख्या आदि को हासिल करना पड़ता है।
अमेरिका में भारतीय अमेरिकी की संख्या सिर्फ एक फीसदी है फिर उन्हें 6 का टैक्स भरना पड़ रहा है, ये बात एक कॉग्रेसमैन ने कही है।
लंदन जैसे शहर के ट्रांसपोर्ट पर जब नजर डाला जाता है तो उसमें बड़ी लग्जरी बसें देखने को मिलती है। अब ऐसा ही कुछ दिल्ली में भी होने जा रहा है। दिल्ली परिवहन विभाग ने इसके लिए कमर कस ली है।
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