New Financial Year: बेहतर मैनेजमेंट वाली बड़ी कंपनियों ने भी 2019 से 2021 तक प्रति कर्मचारी राजस्व में 2 लाख से 1.8 लाख तक की गिरावट दर्ज की है। ऐसे में प्रोडक्टिविटी, आउटपुट और प्रॉफिटाबिलिटी को मेंटेन रखने के लिए जागरूकता में सुधार करना महत्वपूर्ण है।
अब सड़क का सफर का भी आपके लिए महंगा होने वाला है, क्योंकि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने टोल टैक्स की दरों को बढ़ा दिया है, वहीं यह वृद्धि 1 अप्रैल, 2023 से लागू होगी।
क्या आप जानते हैं कि UPI के अलावा, पैसे भेजने के तीन और भी सुरक्षित तरीके होत हैं। इन्हें IMPS, NEFT और RTGS कहा जाता है। आइए आज आपको इन तीनों के बारे में बताते हैं।
SBI आम लोगों के लिए खास तरह की फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम लाता रहता है, वहीं SBI द्वारा आम लोगों के लिए 400 दिनों की एक स्पेशल फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम को पेश किया गया था, जिसकी मियाद 31 मार्च, 2023 को खत्म हो रही है।
सोने की बिक्री से जुड़े नियमों में सरकार की ओर से महत्वपूर्ण बदलाव किये गये हैं, जिसे 1 अप्रैल, 2023 से लागू किया जाएगा। आइये जानते हैं इसके बारे में
आमतौर पर हमें इनकम टैक्स और जीएसटी दाखिल करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन अब आपकी यह परेशानी जल्द ही खत्म होने वाली है। बता दें कि जल्द ही आप फिक्स माई टैक्स एप के जरिये यह दोनों काम आसानी से कर सकेंगे।
सरकार ने प्रॉपर्टी टैक्स में छूट और वित्तीय लाभ के कुछ खास इंतजाम किए हैं। लेकिन सरकार की इन लाभकारी योजनाओं के इतने विस्तार के बाद भी अधिकांश महिलाओं को इनकी जानकारी नहीं होती है। आइए जानते हैं कि महिलाओं को अपने नाम पर प्रॉपर्टी खरीदने के क्या फायदे होते हैं।
विदेश यात्रा करने वाले लोग फ्लाइट और होटल की बुकिंग जरूर करते हैं। इसे कम कीमत में डिस्काउंट पर लेने के लिए 5 क्रेडिट कार्ड उपलब्ध हैं। अगर आप भी इन गर्मियों की छुट्टी में विदेश यात्रा की प्लानिंग कर रहे हैं तो इन 5 क्रेडिट कार्ड में से किसी एक को लेना ना भूलें।
3 ऐसे स्मॉल फाइनेंस बैंक हैं जिनमें सीनियर सिटीजन एफडी कर 9 पर्सेंट की ब्याज दर से रिटर्न ले सकते हैं। क्या नए फाइनेंसियल ईयर में इसमें निवेश करना एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है? यहां जानिए किस तरह सीनियर सिटीजन को इसमें निवेश के फायदे और नुकसान हैं।
सरकार आम लोगों से जुड़े नियमों में हमेशा बदलाव करती रही है, वहीं ऐसा ही बदलाव सरकार ने राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) में किया है, जोकि इससे जुड़े सदस्यों को फायदा देगा।
फिक्स्ड डिपॉजिट कराने से पहले हम सब अच्छा खासा रिसर्च करते हैं, इसके बाद ही हम सही जगह पर फिक्स्ड डिपॉजिट कराते हैं। वहीं मौजूदा समय में कई बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट कराने पर 9 % फीसद ब्याज की पेशकश कर रहे हैं, आज हम आपको इसी के बारे में अहम जानकारी देने वाले हैं।
अब से चंद घंटे बाद नया वित्त वर्ष 2023-24 शुरू हो जाएगा। ऐसें में 31 मार्च की तारीख कैलेंडर पर बदलने से पहले पांच जरूरी काम कर लीजिए। वरना आपको बड़ा घाटा झेलना पड़ सकता है।
फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत होते ही बड़े बड़े बिजनेसमैन ITR फाइल करना शुरू कर देते हैं। आमतौर पर गलत टैक्स रिफंड, देर से ITR फाइल करने के अलावा कई कारणों से आयकर नोटिस मिल सकता है। यहां उन 5 कारण को जानें जिनसे आपको आयकर नोटिस मिल सकता है।
नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत में ही म्यूचल फंड में निवेश करने वाले लोगों को 4 नियमों का पालन करना जरूरी है। इससे उन्हें बेहतर रिटर्न और निवेश की सुरक्षा दोनों में मदद मिलेगी। अगर आप भी एक निवेशक हैं तो इन 4 नियमों को ना करें नजरअंदाज नहीं तो हो सकता है भारी नुकसान।
गर्मियों के मौसम की शुरूआत हो गई है। बिजनेसमैन मौसम के अनुसार कम लागत में नए बिजनेस की शुरूआत कर अधिक रिटर्न ले सकते हैं। अगर आपके पास भी 50 हजार रुपये है तो इस बिजनेस में निवेश करें। हर महीने होगी बंपर कमाई घाटे की नहीं है कोई भी गुंजाइश।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम का लाभ भारत के वरिष्ठ नागरिक ले सकते हैं। न्यू फाइनेंशियल ईयर शुरू होने में कुछ ही दिन बाकी है। फाइनेंशियल ईयर 23-24 में SCSS में निवेश करते समय इन 5 बातों का ध्यान रखकर आप बेहतर रिटर्न ले सकते हैं। अधिकतर लोग शुरुआती समय में उन चीजों को अनदेखा करते हैं।
Market Cap: बाजार पूंजीकरण के लिहाज से Top-100 कंपनियों के लिये यह व्यवस्था एक अक्टूबर 2023 से लागू होगी। वहीं बाजार पूंजीकरण के लिहाज से टॉप-250 लिस्टेड कंपनियों के लिये अलग समय तय किया गया है।
कोविड के बाद से हेल्थ के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ी है और ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लोगों के लिए अत्यधिक मददगार हैं। इसलिए आज हम आपके साथ विशेष रूप से मेटरनिटी प्लान इंश्योरेंस पॉलिसी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी शेयर करने जा रहें हैं।
जल्द ही जरूरी दवाओं के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है, जहां दिल की बीमारियों, डायबिटीज से जुड़ी दवाओं के दाम 10 % फीसद तक बढ़ सकते हैं।
Digital India: बड़ी आबादी वाले भारतीय बच्चों की शिक्षा के संबंध में समाज का एक तबका पूरी तरह डिजिटल हो रहा है, जबकि बड़ी संख्या में अभिभावक जरूरत के स्टेशनरी उत्पाद खरीदने में भी सक्षम नहीं हैं।
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