कंपनी ने सोमवार को बयान में कहा, ‘‘खारघर विक्रोली ट्रांसमिशन लिमिटेड (केवीटीएल) चालू हो गई है। यह मुंबई में अतिरिक्त बिजली लाने के साथ शहर की बढ़ती बिजली मांग को पूरा करने में सक्षम होगी।’’ केवीटीएल, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लि. की विशेष उद्देश्यीय इकाई है।
आरबीआई रुपये को सहारा देने के लिए बाजार में डॉलर जारी कर रहा है, लेकिन इससे भारतीय मुद्रा की गिरावट को रोका नहीं जा सका है। इससे सितंबर में देश के विदेशी मुद्रा भंडार में भी गिरावट आई है। देश अपनी कच्चे तेल की आवश्यकता का लगभग 85 प्रतिशत आयात करता है।
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि सितंबर, 2023 में जीएसटी संग्रह पिछले साल के इसी महीने के 1.47 लाख करोड़ रुपये से 10 प्रतिशत अधिक रहा। बयान में कहा गया, ‘‘समीक्षाधीन महीने के दौरान घरेलू लेनदेन (सेवाओं के आयात सहित) से राजस्व सालाना आधार पर 14 प्रतिशत अधिक रहा।
मेकमाईट्रिप के सह-संस्थापक और समूह मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राजेश मागो ने कहा, “भारतीय क्रिकेट टीम को जहां खेलना है, उन सभी शहरों में होटल और होमस्टे सहित आवास सुविधाओं की बुकिंग में अब उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है।”
इक्रा लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और समूह प्रमुख (वित्तीय क्षेत्र रेटिंग) कार्तिक श्रीनिवासन ने भी उम्मीद जताई कि एमपीसी नीतिगत दर को स्थिर रखेगी। उन्होंने कहा, ‘‘सितंबर के दूसरे पखवाड़े में नकदी में जो सख्ती देखी गई, वह जारी रहने की संभावना नहीं है।
इस्लामिक बैंक आम वाणिज्यिक बैंकों से कई प्रकार से अलग होते हैं जो मुख्य रूप से इस्लाम के सिद्धांतों के आधार पर ही किसी भी प्रकार की वित्तीय गतिविधि और कार्यों में शामिल होते हैं। ब्याज मुक्त ऋण – जिस प्रकार से इस्लाम में ब्याज को हराम माना गया है इस्लामिक बैंक भी इसका पालन करते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत लिथियम उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जाता है तो इससे इलेक्ट्रिक बैटरियां सस्ती होंगी और अंततः इलेक्ट्रिक कारों की कीमत भी कम हो सकेंगी। भारत सरकार ने 2030 तक ईवी को 30 फीसदी तक बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है। इस लक्ष्य को हासिल करने में लिथियम सबसे आवश्यक धातु है।
क्रेविंग अल्फा के प्रबंधक-स्मॉलकेस और प्रमुख भागीदार मयंक मेहरा ने कहा, ‘‘आगे चलकर भारतीय बाजारों में एफपीआई का प्रवाह अनिश्चित रहेगा। काफी हद तक यह भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन, रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा और कंपनियों के सितंबर तिमाही के नतीजों पर निर्भर करेगा।’’
करीब एक हजार लोग पहले ही ‘नोटिस पीरियड’ पर काम कर रहे हैं और अन्य एक हजार ने अपने प्रदर्शन सुधार मापदंडों को पूरा नहीं किया है। आकलन अब भी किया जा रहा है। इस पूरी कवायद से 3,000-3,500 कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं।
मजबूत अमेरिकी वृहद आर्थिक आंकड़ों के कारण जिंस बाजार में सोने में गिरावट आई। बेहतर आंकड़ों से यह संभावना जताई जा रही है कि फेडरल रिजर्व नीतिगत दर मामले में लंबे समय के लिए आक्रामक रुख अपना सकता है।
आपको बता दें कि पिछले साल नवंबर में जेपी मॉगर्न ने कहा था कि अगर भारत को वैश्विक बॉन्ड इंडेक्स में शामिल किया जाता है तो बीएसई सेंसेक्स दिसंबर 2023 तक 80,000 तक पहुंचने की उम्मीद है।
एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी न केवल आपके अस्पताल में भर्ती होने के खर्च (परामर्श, जांच और दवाओं पर) को कवर करती है, बल्कि अस्पताल में भर्ती होने से कुछ दिन पहले और बाद तक के संबंधित खर्चों को भी कवर करती है।
देश के कई राज्य सरकारों ने अपने कर्मचारियों को महंगाई भत्ते में इजाफा कर दिया है। छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस सरकार ने राज्य के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते (डीए) में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी किया था।
थोक बाजार में जरूर कीमतें गिरकर 3 रुपये प्रति किलो आ गई है लेकिन खुदरा बाजार में अब भी टमाटर 30 रुपये प्रति किलो बिक रही है। यानी 10 गुना अधिक भाव पर टमाटर की बिक्री की जा रही है, लेकिन इसका फायदा किसानों को नहीं दिया जा रहा है।
आने वाले समय में भारत में खिलौनों की डिमांड तेज होने वाली है। ऐसे में इस कारोबार में डिमांड बढ़ने से इससे कमाई की अच्छी संभावना है।
कार वॉश एक सर्विस बेस्ड कारोबार है तो आपको सर्विस की क्वालिटी देनी होगी, ताकि कस्टमर को आपके यहां वॉश कराकर अच्छा महसूस हो।
बिजनेस शुरू करने के लिए 50,000 रुपये की छोटी पूंजी भी आपके आइडिया को हिट बना सकती है। इतनी रकम से कारोबार शुरू करने के कई ऑप्शन हैं, आपको बस अपनी रुचि और मार्केट की जरूरत को समझना आना चाहिए।
दिवाली पर हवाई टिकटों के किराए में अभी से ही बढ़ोत्तरी शुरू हो चुकी है। फ्लाइट के टिकटों के दाम 25 प्रतिशत तक अभी ही बढ़ा दिया गया है। बाद में ये और भी महंगा होगा।
अगर आप भी UPI Payment करते हैं और गलती से आपका पैसा किसी और के अकाउंट में चला गया है तो आपको परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। बस आपको यहां शिकायत करना है और आपको पैसे जल्द ही वापस आ जाएंगे।
जो भी व्यक्ति देश के संगठित क्षेत्र में नौकरी करता है उसकी सैलरी का एक हिस्सा कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) में जमा होता है। इन पैसों को कोई भी किसी इमरजेंसी सिचुएशन में या रिटायरमेंट के बाद निकाल सकता है।
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